यूपी – Jalaun: मिट्टी का टीला धसकने से बेटी की मौत, मां गंभीर रूप से घायल – INA

मिट्टी खोदने गई मां बेटी टीला धसकने से दब गई। शोर सुन दौड़े लोगों ने महिला को बचा लिया। लेकिन उसकी बेटी की मौत हो गई। घटना से गांव में खलबली मच गई। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

थाना क्षेत्र के कूसेपुरा निवासी राहुल की 35 वर्षीय पत्नी मालती अपनी 13 वर्षीय बेटी प्रिंसी के साथ कदमपुरा मार्ग पर स्थित जगंल के रास्ते में बने टीले से त्योहार को लेकर लिपाई पुताई के लिए मिट्टी खोदने गई थीं, जब वह टीले के नीचे बैठकर मिट्टी खोद रहीं थीं कि अचानक टीला धसक गया। इससे महिला व उसकी बेटी दब गई। शोर सुन आसपास जानवर चरा रहे लोगों ने मिट्टी में दबी मां बेटी को निकाला और उन्हें सीएचसी पहुंचाया। वहां बेटी को मृत घोषित कर दिया। किशोरी की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने बताया कि वह चार भाई बहनों में सबसे बड़ी थी। वह प्राथमिक विद्यालय कूसेपुरा में कक्षा पांच की छात्र थी। सुबह मां के कहने पर ही वह उसके साथ चली गई थी। महिला को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया है। थाना प्रभारी संजीव कटियार ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जांच पड़ताल की जा रही है।

बेटी की मौत की खबर सुन मालती हो गई बेसुध

मालती सुबह उठकर बेटी पि्ंसी से बोली कि घर में लिपाई पुताई करना है, इसलिए वह उसके साथ मिट्टी खोदने चले। इस पर वह मां के साथ टीले पर पहुंच गई। मालती मिट्टी खोद रही थी, जबकि बेटी पि्ंसी बैठी थी, कि अचानक टीला धसक गया और बेटी की मौत हो गई। अस्पताल में होश आने पर जैसे ही उसे पता चला कि उसकी बेटी नहीं रही तो वह बेसुध हो गई। होश में आने के बाद वह एक ही बात कह रही थी कि भगवान उसको उठा लेता लेकिन उसकी बेटी को बचा देता। यह सुन आसपास के लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पा रहे थे।

2012 में टीले ने पांच लोगों की ले ली थी जान

थाना क्षेत्र के कूसेपुरा में टीला धसकने से हुई किशोरी की मौत यह कोई पहली घटना नहीं है। वर्ष 2012 में टीला धसकने से गांव के ही पांच लोगों की मौत हो गई थी। इस पर कई साल तक लोग टीलों पर नहीं गए थे। अचानक बुधवार को किशोरी की मौत हो जाने पर लोगों के जख्म फिर से ताजा हो गए।


Credit By Amar Ujala

Back to top button