मथुरा कृषि उत्पादन मंडी समिति में हाईवे के नाले का पानी भर जाने से मंगलवार को किसानों की फसल पानी में बर्बाद हो गई। किसानों और आढ़तियों ने आरोप लगाते हुए कहा कि मंडी के अधिकारी समस्या दूर करने की सुध नहीं ले रहे हैं। कई बार एकत्रित होकर पत्र दे चुके हैं, लेकिन कोई हल नहीं निकला।
मंडी में मंगलवार को धान की फसल बिक्री करने गए रमेश कुमार ने बताया कि वह मांट के तुलागढ़ी गांव से धान लेकर आए थे। धान की आढ़तियों के फंड पर तुलाई हो रही थी। इसी दौरान नाले का पानी परिसर में आ गया और उनकी फसल पानी में डूब गई। इससे नुकसान हुआ। किसान महावीर सिंह, रामकिशन ने बताया कि यह कई दिनों से समस्या बनी हुई है, लेकिन दूर नहीं हो सकी।
किसानों ने मंडी प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि मंडी में सुविधाएं तो दूर की बात किसानों का अनाज सुरक्षित नहीं है। आढ़ती विनोद कुमार अग्रवाल, विष्णु कुमार ने बताया कि फंड पर किसान आना बंद हो गए हैं। हाईवे किनारे बना नाला के पानी ओवर होकर मंडी परिसर में आ रहा है।
ये बोले किसान
किसान बृजेश यादव ने बताया कि अनाज मंडी में धान की फसल बिक्री करने आए थे। आढ़ती के फंड पर धान की तुलाई होने जा रही थी, लेकिन उससे पहले मंडी में नाले का पानी आ गया और उनकी फसल भीग गई। वहीं किसान बबलू सिंह का कहना है कि किसानों को फसल में फायदा के जगह नुकसान हो रहा है। धान की फसल कांटे पर तुलाई से पहले भीग गई। आढ़ती अपनी समस्या सुना रहे हैं, हम किसको अपना दर्द सुनाएं।
समस्या अभी नहीं हुई दूर
मथुरा मंडी समिति के सचिव राजेंद्र सिंह ने बताया कि हाईवे किनारे बना नाला ऊंचा है, ओवरफ्लो ओवर होकर पानी मंडी में आ जाता है। जिससे किसानों की फसल भींग रही है। नगर निगम से सफाई के साथ समाधान की मांग की, लेकिन अभी समस्या दूर नहीं हुई है।