A.T.S विद्यालय में अनियमितताओं पर भड़के एससी-एसटी आयोग के उपाध्यक्ष, बच्चों ने खोली विद्यालय की पोल।
सोनभद्र के दुद्धी में जयप्रकाश नारायण सर्वोदय ATS विद्यालय का एससी-एसटी आयोग के उपाध्यक्ष जीत सिंह खरवार ने किया निरीक्षण ,इस दौरान बच्चों से संवाद करते हुए उन्होंने विद्यालय की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। जैसे ही उन्होंने बच्चों से भोजन, खेलकूद और पढ़ाई से जुड़ी सरकारी योजनाओं के बारे में पूछा, तो बच्चों ने अपनी समस्याएं खुलकर सामने रख दीं।
बच्चों ने शिकायत किया ,कि उन्हें बेहद घटिया भोजन दिया जाता है। उनके लिए बनाए जाने वाले चावल में भूसा तक मिला रहता है, जबकि अध्यापकों के लिए अलग चावल बनता है। दाल पानी जैसी पतली होती है ,और रोटी बेहद खराब तरीके से बनाई जाती है। बच्चों ने यह भी बताया कि शिकायत करने पर उन्हें डराया-धमकाया जाता है। बच्चों ने आयोग के उपाध्यक्ष को किचन और अन्य जगहों की वास्तविक स्थिति दिखाते हुए सफाई व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। बच्चों ने कहा कि सफाई के अभाव में विद्यालय में बीमारी फैलने का खतरा बना रहता है।
जीत सिंह खरवार ने व्यवस्था देखकर विद्यालय के अधीक्षक डॉ. अवधेश सोनकर को फटकार लगाई और एक हफ्ते के भीतर सारी व्यवस्थाएं सुधारने का निर्देश दिया।
इलाज और खेलकूद की सुविधाओं का अभाव
बच्चों ने बताया कि खेलकूद से लेकर इलाज तक की सुविधाएं यहां न के बराबर उपलब्ध हैं। बुखार होने पर अस्पताल ले जाने की बजाय केवल पैरासिटामोल की गोली देकर बात खत्म कर दी जाती है।
सवालों पर टालमटोल करते रहे आयोग के उपाध्यक्ष
पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर आयोग के उपाध्यक्ष जीत सिंह खरवार ने केवल व्यवस्थाओं को सुधारने का आश्वासन देकर बात टाल दी। जब उनसे गरीब आदिवासी बच्चों को योजनाओं का लाभ न मिलने और अधीक्षक द्वारा लापरवाही के सवाल किए गए, तो उन्होंने योगी-मोदी सरकार की योजनाओं की तारीफ करते हुए सवालों का सीधा जवाब नहीं दिया।
सुधार के निर्देश, लेकिन समाधान की राह लंबी
बच्चों की शिकायतें और आयोग उपाध्यक्ष की प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट है कि आदिवासी बच्चों के लिए बने इस विद्यालय में कई अनियमितताएं हैं। अब देखना होगा कि आयोग के उपाध्यक्ष के निर्देशों का पालन होता है या फिर आदिवासी बच्चों को अपने हक के लिए आगे भी संघर्ष करना पड़ेगा।