Crime- Rohtak: महिला पार्षद के बेटे का अपहरण, तीन घंटे बाद मिला, अविश्वास प्रस्ताव से दो दिन पहले हुई वारदात -#INA

रोहतक जिला परिषद चेयरमैन मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने से दो दिन पहले सोमवार सुबह महिला पार्षद नीलम खत्री के बेटे का इस्माईला से अपहरण हो गया। 10वीं में पढ़ने वाला 15 वर्षीय धैर्य सुबह करीब साढ़े छह बजे घूमने गया था। तीन घंटे बाद धैर्य को कार सवार एक निजी होटल के पास छोड़कर चले गए। पुलिस कार सवार युवकों की तलाश में जुटी थी। 

वहीं सैकड़ों की संख्या में इस्माईला के ग्रामीण गांव के अड्डे पर एकत्रित हैं, जिन्होंने अपहरणकर्ताओं के गिरफ्तार न होने पर रोड जाम की चेतावनी दी है। जिला परिषद की चेयरमैन मंजू हुड्डा ने खुद व अपने परिवार की इस मामले में किसी तरह की भूमिका से इनकार किया है। उन्होंने इसके लिए वीडियो भी जारी की है। 

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने वाली मंजू हुड्डा साल 2022 में जिला पार्षद बनी और उन्हें सर्वसम्मति से चेयरमैन भी चुना गया था। काफी समय से पार्षदों के बीच खींचतान चल रही है। 26 जुलाई को जिला परिषद की बैठक में जमकर हंगामा भी हुआ था। वाइस चेयरमैन अनिल हुड्डा के नेतृत्व में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पार्षदों ने डीसी अजय कुमार को एक पत्र सौंपा था और कहा था कि चेयरमैन मंजू हुड्डा अपना बहुमत खो चुकी है। 14 में से 10 पार्षद मंजू के खिलाफ हैं। डीसी ने अविश्वास प्रस्ताव लाने के लिए 23 अक्तूबर की तिथि तय कर रखी है। इससे पहले ही महिला पार्षद नीलम खत्री के बेटे के अपहरण ने नया मोड़ ले लिया है। 

महिला पार्षद नीलम खत्री के बेटे का अपहरण हुआ है। जल्द पुलिस ने अपहरण करने वालों को गिरफ्तार नहीं किया तो हाइवे जाम किया जाएगा। पार्षद अन्याय बर्दाश्त नहीं करेंगे। 
– अनिल हुड्डा, वाइस चेयरमैन जिला परिषद रोहतक

बेटा सुबह घूमने गया था। तीन कार सवार उसे उठाकर ले गए। उसे एक होटल के पास छोड़ा गया है। मैं बाहर गया हुआ था। अब घर लौट रहा हूं। लिखित में सांपला थाने में शिकायत दूंगा।
 – जगबीर खत्री, महिला पार्षद नीलम के पति

मेरा या मेरे परिवार का महिला पार्षद के बेटे के अपहरण से लेना-देना नहीं 

चेयरमैन जिला परिषद की चेयरमैन मंजू हुड्डा ने एक वीडियो जारी किया है। मंजू का कहना है कि उसके पास सुबह से कॉल आ रही हैं। मैं बताना चाहती हूं कि महिला पार्षद के बेटे के अपहरण में उसकी या उसके परिवार की कोई भूमिका नहीं है। अभी-अभी उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा है, जिसमें किसी से ऊंची आवाज तक में बात नहीं की है। मैं लोकतंत्र में विश्वास रखती हूं। मैं जनता की सेवा करना चाहती हूं। यह आरोप बेबुनियाद हैं। मेरी छवि को खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। मेरा व मेरे परिवार को इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। 

महिला पार्षद के बेटे को बरामद कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है। अभी कुछ कहना जल्दबाजी होगी। 
– इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह, प्रभारी थाना सांपला

 

Credit By Amar Ujala

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