सेहत – बच्चों को क्यों दी जानी चाहिए सभी वैक्सीन? अगर सामान मिस हो जाए तो क्या करें, डॉक्टर से कहा

बच्चों के लिए टीकाकरण: बच्चे के जन्म के बाद ही उसे टीका लगाना शुरू किया जाता है। बच्चे को जन्म देने के लिए कुछ टीके 24 से 48 घंटे के अंदर ही लगाए जाते हैं। इन डॉक्टर बच्चों के वैक्सीन का पूरा टीकाकरण करते हैं, जिसमें जन्म से लेकर 16 साल तक लगवाने वाली जरूरी वैक्सीन की सूची शामिल है। इसे मेडिकल की भाषा में कम्युनिस्ट इस्लामिक स्टेट कहा जाता है। हालाँकि कई बार जानकारी के अभाव में माता-पिता बच्चों को कई आवश्यक टीके नहीं लगाए जाते हैं। ऐसे में सवाल है कि बच्चों के लिए कौन सी वैक्सीन जरूरी है और अगर वैक्सीन स्किप हो जाए तो क्या करें?

ग्रेटर के फोर्टिस हॉस्पिटल के पीडियाट्रिक्स कंसल्टेंट डॉ. मेघना पांचाल ने News18 को बताया बच्चों को प्रयोगशाला की सुविधा होनी चाहिए। बच्चों को न केवल वैक्सीन से बचाया जाता है, बल्कि बीमार होने पर बच्चों को जटिलताओं का खतरा कम कर दिया जाता है। स्ट्रेंथ से बच्चों के शरीर में हार्ड इम्युनिटी पैदा हो जाती है, जिससे इंफेक्शन से बचने में काफी हद तक मदद मिल सकती है। सब्सिडी के माध्यम से भारत आज स्केलपॉक्स और स्मॉलपॉक्स का मुफ्त भुगतान किया गया है। बच्चों के शरीर में एथलीटों की ताकत मजबूत होती है और उनके शरीर की ताकत मजबूत होती है।

बॉट ने बताया कि बच्चों में बच्चेदानी की कमी बहुत जरूरी है, क्योंकि एक समय के बाद शरीर में खून की कमी हो जाती है। इसे बढ़ाने के लिए वैक्सीन की मल्टीपल खुराकें दी जाती हैं। यदि बच्चों को कोई आवश्यक वैक्सीन नहीं लगाई गई है, तो डॉक्टर की सलाह लेकर बाद में वैक्सीन लगाई जा सकती है। इसे कैचअप लाइब्रेरी कहा जाता है। हालांकि बीसीजी समेत कुछ वैक्सीन ऐसी होती हैं जो 2 साल से पहले बच्चों को दी जाती हैं. इसके बाद ये वैक्सीन नहीं लगाई जा सकेगी. इसका कारण यह है कि माता-पिता को बच्चों के लिए सही समय की सलाह दी जाती है।

बच्चों को जरूर लगवाएं ये वैक्सीन

डॉक्टर मेघना पांचाल की खुराक तो कई वैक्सीन ऐसी हैं, जिन्हें बच्चों को जरूर लगवाना चाहिए। ये वैक्सीन टीकाकरण इंजामवादी कार्यक्रम में शामिल हैं. डिप्थीरिया, टाइटन्स, स्टोकोमा, हीमोफिलस इन्फ्लुएंजा टाइप बी (एचबीसी), पर्टुसेस, टोस्ट बी, फ्लू वैक्सीन, चिकनपॉक्स वैक्सीन, इन्फ्लुएंजा बी, रूबेला, निमोनियास्टर बू और टोस्ट ए सहित कई वैक्सीन मेंडेटरी शामिल हैं बच्चों और डॉक्टरों की सलाह के अनुसार ये टीके अवश्य लगाना चाहिए. जापानी एंसेलिटिस में कुछ वैक्सीन शामिल हैं, जिन्हें आप स्किप कर सकते हैं। हालाँकि अगर ये वैक्सीन भी लग गई तो फ़ायदा ही होगा.

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