सेहत – पुरुषों को इस गंभीर समस्या का खतरा सबसे ज्यादा! किडनी फेलियर की स्थिति नौबत हो सकती है, वक्ता नियंत्रण रखें

पुरुषों में यूरिक एसिड अधिक क्यों होता है: आज के मूल में लोगों की जीवनशैली और खान-पान का उल्लेख किया गया है। इसकी वजह से बड़ी संख्या में लोग किसी न किसी स्वास्थ्य समस्या का शिकार हो रहे हैं। बड़ी संख्या में युवाओं में हाई यूरिक एसिड की समस्या पैदा हो रही है। यूरिक एसिड हमारे शरीर में बनने वाला एक वेस्ट उत्पाद होता है, जिसकी मात्रा मात्रा से अधिक हो जाती है, तो इससे कई गंभीर कमी पैदा हो सकती है। वैज्ञानिकों की राय तो महिलाओं की तुलना में उच्च यूरिक एसिड की खुराक पुरुषों को सबसे अधिक प्रभावित करती है। इस बारे में डॉक्टर से कुछ तथ्य जान लें।

नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के यूरोलॉजी विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. अमरेंद्र पाठक ने News18 को बताया महिलाओं और पुरुषों में यूरिक एसिड का स्तर अलग-अलग होता है। वयस्क महिलाओं में यूरिक एसिड 2.5 से 6 mg/dL तक का मानक माना जाता है, जबकि वयस्क पुरुषों में यूरिक एसिड 3.5 से 7 mg/dL तक का मानक माना जाता है। यदि किसी का यूरिक एसिड इस रेंज से अधिक है, तो उसे यूरिक एसिड को नियंत्रित करने की आवश्यकता है। पुरुषों में यूरिक एसिड की समस्या सबसे ज्यादा होने की वजह उनका टेस्टोस्टेरोन हार्मोन है। इसके अलावा भी कई कारक इसके कारण हैं।

अगर यूरिक एसिड एडी से अधिक हो जाए तो क्या होगा?

यूरोलॉजिस्ट की खुराक तो यूरिक एसिड अगर सामान्य से बहुत अधिक हो जाए, तो यह शरीर के हाथ और हड्डियों के छोटे जोड़ों में जमा होने लगता है। धीरे-धीरे यह क्रिस्टल बनना प्रतीत होता है और इससे गाउट नामक आर्थराइटिस की कंडीशन पैदा होती है। गौट को अत्यंत कष्ट होता है। इसके अलावा यूरिक एसिड का बढ़ा हुआ स्तर किडनी स्टोन और किडनी फेलियर की वजह बन सकता है। इसका कारण यह है कि लोगों को समय-समय पर अपना यूरिक एसिड टेस्ट कराना चाहिए और इसे नियंत्रित करने की हर संभव कोशिश करनी चाहिए।

यूरिक एसिड को किस प्रकार नियंत्रित किया जा सकता है?

डॉक्टर अमरेंद्र पाठक ने बताया कि यूरिक एसिड की दवा, अच्छी मात्रा, रासायनिक तत्व, क्रियाशीलता गतिविधि, घटक और उचित मॉनिटरिंग को नियंत्रित किया जा सकता है। यूरिक एसिड के सेवन से डॉक्टर को दी जाने वाली दवा समय पर लेनी चाहिए और हाई प्रोटीन पदार्थ लेने से बचना चाहिए। नॉन वेज फूड्स के सेवन से यूरिक एसिड बढ़ता है, क्योंकि इसमें प्यूरिन भी होता है। ऐसे में नॉन वेज फूड्स को अवॉइड करना चाहिए। रोजमर्रा की संपत्तियों में पानी की संरचना और स्थिरता को बनाए रखना चाहिए। अच्छे लाइफस्टाइल के जरिए भी इसे नियंत्रित किया जा सकता है।

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