सेहत – बच्चों को शुरुआती 2 साल तक कम से कम खिलाएं ये चीज, जवानी में नहीं होगी सहकर्मी! रिसर्च में खुलासा

कम चीनी वाले आहार के लाभ: अधिक मात्रा में शुगर को स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक माना जाता है और इस कारण से डॉक्टर छोटे बच्चों को अधिक मात्रा में ड्रग का सेवन करने की सलाह देते हैं। एक डॉक्टरी अध्ययन में खुलासा हुआ है कि अगर बच्चे को 1000 दिन की शुरुआत तक लो मादक पदार्थ दिया जाए, तो इससे उसकी जवानी में नशे और हाई ब्लड प्रेशर का खतरा कम हो सकता है। इतना ही नहीं, अगर कोई महिला इस दौरान कम से कम शुगर का सेवन करती है, तो उसके भी बच्चे की सेहत को फायदा मिल सकता है। बच्चे के जन्म के बाद भी इसी तरह का अभ्यास बच्चे के शरीर के लिए चमत्कारी हो सकता है।

द गार्जियन की रिपोर्ट के अनुसार कैलिफोर्निया और मॉन्ट्रियल यूनिवर्सिटी के एक अध्ययन में एक महत्वपूर्ण अध्ययन सामने आया है। पता चला है कि अगर किसी गर्भवती महिला के शरीर में कम मात्रा में चीनी मौजूद है, तो इसका मतलब सिर्फ उसकी सेहत पर अच्छा असर नहीं है, बल्कि बच्चे के भविष्य पर भी उसका अच्छा असर दिखता है। अगर कब्ज के दौरान शुगर का सेवन कम किया जाए, तो बच्चों में कब्ज और हाइपरटेंशन जैसे गंभीर मधुमेह का खतरा कम हो सकता है।

बच्चों की संख्या तो बच्चे के जीवन के पहले 1000 दिन यानी गर्भाधान के दौरान का समय और जन्म के 2 साल बाद तक का विकास बहुत तेजी से होता है। इस समय बच्चे को कम चीनी दी जाए, तो इससे वे स्वस्थ रहेंगे और भविष्य में कई चुनौतियों का खतरा भी कम हो सकता है। इससे बच्चे का वजन संग्रहित रहता है और उसकी ओवरऑल बिक्री में भी मिल लाभ हो सकता है।

अध्ययन में यह भी पाया गया कि जिन बच्चों को चीनी युक्त दवा दी गई, उनके शरीर में रक्त शर्करा का स्तर बेहतर रहता है और उनका वजन भी स्वस्थ रहता है। इस तरह से बच्चों को भविष्य में हाइपरटेंशन और हाइपरटेंशन की समस्या का खतरा बहुत कम होता है। वसीयत का मानना ​​है कि कम चीनी का सेवन करने से शरीर में अवसाद का सही स्तर रहता है, जिससे लंबे समय तक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। इस अध्ययन में यह भी बताया गया है कि सिर्फ गर्भवती महिला का अच्छा होना जरूरी नहीं है, बल्कि जन्म के बाद भी बच्चे के खान-पान पर ध्यान देना जरूरी है। अगर बच्चे को जन्म के बाद भी कम चीनी वाली चीजें दी जाती हैं, तो उनके विकास में और भी ज्यादा फायदे हो सकते हैं।


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