सेहत – सिर्फ कुत्ता ही नहीं, इन 5 टुकड़ों के कटर से भी हो सकता है रेबीज! बेसिक से जानें बचाव के उपाय
नैनीताल: क्या आपको कभी कुत्ता अज्ञात है? अगर हां, तो आप लोगों को 24 घंटे के इन्सुलेट स्क्रीनशॉट की सलाह जरूर दी जाएगी। असल में अगर कुत्ते के काटने के बाद इंजेक्शन न हो तो शरीर में रेबीज वायरस दिखाई देता है। रेबीज़ वायरस परमाणु संयंत्र की लार से प्लास्टर है। रेबीज वायरस की वजह से व्यक्ति की जान तक जा सकती है लेकिन क्या आपको पता है कि सिर्फ कुत्ते के काटने से ही रेबीज संक्रमण नहीं होता है। कुत्ते के अलावा भी कई ऐसे स्तनधारी जानवर हैं, जिन्हे काटने वाले से रेबीज संक्रमण हो सकता है।
उत्तराखंड के चिकित्सक स्थित बीडी पांडे जिला अस्पताल के फिजिशियन डॉ. एमएससी डुग्टल (एमबीबीएस, एमडी) ने स्थानीय 18 से खास बातचीत के दौरान बताया कि कुत्ते के अलावा अगर फॉक्स, चूहा, कैमगाड, बंदर और बिल्ली ये जानवर आपको काट लें, तो फाइबर अस्पताल में एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इन ईंटों के कटर से भी रेबीज़ हो सकता है। 24 घंटे के अंदर रेबीज का इंजेक्शन लॉन्च होना जरूरी है। रेबीज का इंजेक्शन ज्यादातर राज्यों के सरकारी शेयरधारकों में यह बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध होता है।
ये हैं रेबीज़ के लक्षण
डॉ. डुग्टल का कहना है कि अगर किसी को रेबीज होता है तो उसे हवा और पानी से डर लगता है, इसके साथ ही वह इतिहास-सीधा बोलता है। उसे खाना खाने और सांस लेने में भी आराम मिलता है। यहां तक कि मरीज की जान तक जा सकती है। इसलिए इन कटर के कटर के बाद रेबीज़ का इंजेक्शन अवश्य लगाना चाहिए।
कुत्ते के काटने के बाद करें ये काम
डॉ. डुग्ताल के दस्तावेज हैं कि आए दिन डॉग डायबिटीज के केस हॉस्पिटल में आम पेट और मशीनरी के द्वारा कटर के केस देखे गए हैं। ऐसे में अगर कुत्ता काट ले तो सबसे पहले घाव को पानी से और साबुन से अच्छे तरीके से साफ करना चाहिए। उसके बाद उसपे कुछ एंटीसेप्टिक क्रीम लगाना चाहिए। बहुत से लोगों को घाव पर बैंडेज़ लगाना होता है जिन्हें नहीं लगाना चाहिए। और रेलवे अस्पताल में चिकित्सा उपकरण चाहिए।
पहले प्रकाशित : 6 सितंबर, 2024, 11:46 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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