सेहत – इस गंभीर बीमारी से राहत मिल सकती है फिजियोलॉजी, फिटनेस टूल्स में जानें 5 फायदे
फिजियोथेरेपी के बारे में सब कुछ: फिजियोलॉजी को मेडिकल रेटिंग का ही एक हिस्सा माना जा सकता है। इसे थेरेपी थेरेपी भी कहा जाता है। फिजियोलॉजी के क्लिनिक, फिजियोलॉजी और इंजिनियरिंग इंजिनियरिंग में मदद मिलती है। इसमें कई तरह की तकनीकों का इस्तेमाल किया जाता है, जो लोगों के शरीर की गति, ताकत, संतुलन और फिटनेस को बढ़ावा देती है। कई तरह की बॉल्स को कंट्रोल करने में भी थेरेपी की संभावनाएं हो सकती हैं। यह चिकित्सकीय और प्रयोगशाला उपकरणों के साथ प्रयोग किया जाता है।
मुंबई के येनोव्हा शाल्बी हॉस्पिटल के फिजियोथेरेपिस्ट धारा पार्लाइन ने News18 को बताया फिजियोथेरेपी में कई तरह के मसाले और जोड़ों को बनाने में मदद मिल सकती है। फिजियोथेरेपी का प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है। ऐसे में फिजियोलॉजी में मनोवैज्ञानिकों का सहयोग भी दिया जाता है, ताकि मरीज को दर्द और अन्य समस्याओं से बचाने में मदद मिल सके। फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टरों को उनके स्वास्थ्य संबंधी देखभाल के बारे में जानकारी दी जाती है और उन्हें ठीक होने में मदद की जाती है। फिजियोप्लास्टिक पेन के टुकड़े में अत्यंत तरलता साबित हो सकती है। जोड़ों और जोड़ों के मैट्रिक्स से भी यह थेरेपी जारी की जा सकती है।
ऑस्टियोपोरोसिस को बेहद कम समय में रोका जा सकता है
धारा पार्लाइन ने बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस एक ऐसी बीमारी है, जिसमें हड्डियां कमजोर हो जाती हैं और धीरे-धीरे टूट भी सकती हैं। इस बीमारी के लिए फिजियोप्लास्टी एक चमक हो सकती है। फिजियोप्लास्टी ऑस्टियोपोरोसिस में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है और जोड़ों की ताकत बढ़ाने और शारीरिक संतुलन में सुधार करने में मदद करती है। अवशेषों के नुकसान को रोकने और अवशेषों को बढ़ाने और विकास को बढ़ावा देने के लिए ऑस्टियोपोरोसिस को बढ़ावा देने के लिए फिजियोलाइक्स की वकालत की जाती है।
हर मरीज की कंडिशन देखने वाले चकमा देने वाले थेरेपी प्रोग्राम हैं
फिजियोथेरेपिस्ट मरीज़ों की कंडीशन को देखते हुए थेरेपी प्रोग्राम तोड़ते हैं और उन्हें चुनौती या चोट से उबरने में मदद करते हैं। चोट या सर्जरी के बाद फिजियोप्लास्टी से शरीर की सुंदरता और ताकत में सुधार होता है। फिजियोलॉजी से सोसायटी का दिन- सोसायटी की सोसायटी में सुधार होता है। इससे आराम से चलना, बैठना और अन्य काम कर सकते हैं। कई बार सर्जरी की जरूरत कम हो सकती है या सर्जरी को टाला जा सकता है। फिजियोथेरेपी के माध्यम से शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है। दर्द में कमी और एसेट में सुधार जीवन से आसान हो सकता है।
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पहले प्रकाशित : 6 सितंबर, 2024, 11:09 IST
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