सेहत – कहीं आपको भी एचआईवी तो नहीं? डॉक्टर से जानें इसके लक्षण और बचाव के उपाय
धनबाद: सदर हॉस्पिटल के आदेश पर मेडिकल हेल्थ सेंटर (सीबीसी) गोविंदपुर में जागरूकता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें लोगों के हितों के लक्षण और उनके पुनर्वास के बारे में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत एनीमिया की जांच के लिए किट और ब्लड टेस्ट का उपयोग किया जा रहा है।
अज़ाब एड्स क्या है?
गोविंदपुर के स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) रुखसार फातिमा और नर्स मिडवेफ (एनएम) रोमनी मरांडी ने 18 को बताया कि अंडकोष एक गंभीर बीमारी है, जो असुरक्षित यौन उत्पीड़न, किशोर सुइयों के उपयोग और किशोर रक्त के संबंध-संबंधी से होती है। उन्होंने कहा कि सही जानकारी के अभाव में लोगों को इस बीमारी की सूची में कोई कमी नहीं है, जो इसे और भी खतरनाक बना देता है।
अज़ाब के लक्षण
फैजाबाद के खुलासे के बारे में बात करते हुए रुखसार फातिमा ने बताया कि इस वायरस से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) कमजोर हो जाती है। इसके परिणामस्वरूप, रोगी को लंबे समय तक बुखार, वजन में कमी, शारीरिक कमजोरी और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
निर्वासन से मुक्ति का उपाय
अज़ाब से मुक्ति के उपायों पर ज़ोर देते हुए उन्होंने सुरक्षित यौन संबंध बनाने और कैंडोम का इस्तेमाल करने की सलाह दी। नियमित सत्यापन प्रमाणन भी अत्यंत महत्वपूर्ण बताया गया है। गोविंदपुर मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य केंद्र में अनिद्रा की जांच की सुविधा उपलब्ध है, जहां पीड़ित पाए गए लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान की जाती है।
इस जागरूकता अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करने के बारे में सही जानकारी देना और उन्हें बचाने के उपायों के बारे में बताना है।
पहले प्रकाशित : 9 सितंबर, 2024, 17:16 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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