सेहत – ये औषधि है या मौत की पुड़िया! अमेरिका में ले ली 162 की जान, फिर भी वेट लॉस रामबाण में क्यों बनी है मणि

वजन घटाने वाली दवाइयां मौत का कारण बन रही हैं: दुनिया में वजन घटाने के लिए डेटाबेस और इंजेक्शंस का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है। बाजार में प्रोडक्ट्स तेजी से शरीर का वजन कम करने का दावा कर रहे हैं और लोग फिट रहने के चक्कर में इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। वेट लॉस इलेक्ट्रॉनिक्स को शामिल करने के लिए कई प्लास्टिक में भी खतरनाक माना जा रहा है, लेकिन ये आहार जन्म हो सकता है। अमेरिका में पिछले 7 वर्षों में वेट लॉस इंजेक्शंस लेने से 162 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 28 साल के युवा से लेकर गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं।

ब्रिटिश वेबसाइट डेलीमेल की रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका में वेट लॉस इंजेक्शंस गैटुअल साबित हो रहे हैं। साल 2018 से लेकर अब तक 162 लोगों की मौत की वजह वेट लॉस एंजिल्स को बताया जा रहा है। खास बात यह है कि वेट लॉस के जिन इंजेक्शंस के कनेक्शन की बात हो रही है, उनमें लोगों की मौत के साथ जुड़े लोग नजर आ रहे हैं, इनमें उनके सबसे मशहूर कलाकारों के इंजेक्शंस भी शामिल हैं। इस बात पर संदेह है कि लॉस एंजिल्स इंजेक्शंस की वजह से स्ट्रेट टूर पर किसी की मौत नहीं हुई है, लेकिन इस बात पर संदेह है कि इन स्ट्रैटेजी का कोर्स से कनेक्शन हो सकता है। यह आंकड़ा FDA के FAERS डाटाबेस से लिया गया है।

चिंता की बात ये है कि साल 2023 में 58 लोगों की मौत का संदेह वेट लॉस एंजिल्स में हुआ था, जबकि साल 2024 में अब तक 57 लोगों की मौत के मामले दर्ज हुए हैं. पिछले छह महीनों में वजन वाली दवाओं का उल्लेख करने वाली 40 प्रतिशत की बढ़त हुई है। फैट्स की रेटिंग तो फिट डिसॉल्विंग या लिपो बस इंजेक्शंस को बॉडी फिट करने का नॉन-मार्जिकल अल्टरनेटिव माना जाता है। इसके क्रेज़ अमेरिका और यूरोप सहित विश्व में तेजी से वृद्धि हो रही है। हालाँकि बाज़ार में कई गैर-आदिवासी साम्राज्यवादी इंजेक्षन जा रहे हैं, जो लोगों की मृत्यु के घाट उतारे जा सकते हैं।

इसी साल ब्रिटेन में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया था। यहां एक महिला ने वजन कम करने के लिए 16 फीट डिसॉल्विंग इंजेक्शन लगवाए, जिसके कारण उसके पेट में 2.75 इंच का छेद हो गया। गंभीर संकट के बाद डॉक्टर्स उसकी जान बचाए गए। अमेरिकन फार्म एंड फैक्ट्री एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने साल 2023 में फातिहा डिसविंग इंजेक्शन्स को चेतावनी जारी की थी और लोगों को अन-ए-ट्रेंडलैंड इंजेक्शन न असेम्बल की वॉर्निंग दी गई थी। एफडीए ने कहा था कि गैर-सर्जिकल इंजेक्शन से शरीर को नुकसान पहुंचाने का दावा करने से कई गंभीर दुष्प्रभाव हो सकते हैं।

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