सेहत – आहार में सिंघाड़ा, स्वस्थ जीवन शैली के लाभ के लिए भाग्यश्री युक्तियाँ, एसए

मुंबई: फिल्मों में सफलता के बाद 55 साल की एक्ट्रेस भाग्यश्री ने अब हेल्थ और फिटनेस की दुनिया में कदम रखा है। वो अक्सर अपने सोशल मीडिया पर वेयरहाउस फ़ार्म्स और सामग्री से जुड़े टेक्सचर शेयर करती रहती हैं। फिटनेस आइकॉन भाग्यश्री ने सिंघाड़ा (वॉटर चेस्टनट) के पारंपरिक मसाले पर रोशनी डाली है। उन्होंने बताया कि पानी में कार्ब्स के साथ ग्लाइसेमिक तत्व भी कम होता है, जो ब्लड शुगर को नियंत्रित करता है। यह कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, विटामिन बी 6 और एंटीऑक्सीडेंट का सबसे अच्छा स्रोत है। भाग्यश्री ने इसे शामिल करने के तीन तरीके बताए हैं, ज्ञात हैं…

सिंघाड़े के फायदे
बता दें कि हाल ही में भाग्यश्री ने लॉटरी पर सिंघाड़ा (वॉटर चेस्टनट) के स्मारक के बारे में बताया। उन्होंने लिखा, ”सिंघाड़ा पोषण से लेकर भारी मात्रा में होते हैं। इनमें कार्ब्स तो होते हैं लेकिन ग्लाइसेमिक यौगिक कम होते हैं। इसका मतलब है कि कार्ब्स धीरे-धीरे-धीरे-धीरे टूटते हैं और शरीर में ग्लूकोज की मात्रा धीरे-धीरे-धीमी होती है। इससे रक्त शर्करा तारा स्थैतिक नहीं है। साथ ही ये कार्बोहाइड्रेट, पोटेशियम, मैंगनीज, कॉपर, विटामिन बी 6, राइबोफ्लेविन और एंटीऑक्सिडेंट्स की बहुतायत होती है।

सिंघाड़ा का स्वाद और इसे खाने के तरीके
सिंघाड़ा का स्वाद मीठा और नट्स जैसा होता है। ये नन्हें सेब की तरह क्रंची में शामिल हैं। भाग्यश्री ने इसे शामिल करने के आसान तरीके बताए:

1. कच्चा या मित्रवत व्यक्ति: सिंघाड़ा को अच्छे से धोकर छिलका हटा लें। चाकू या वेजिटेबल पीलर का उपयोग करें। इसे रॉ बैस्ट की तरह स्टैस्टर्ड या स्टैच्यूकर का स्वाद लें।

2. केक में: कटा हुआ सिंघाड़ा लेट्यूस, गाजर, और मिठाई जैसे कि किस के साथ। ये कीज़ में एक्स्ट्रा क्रंच और स्वाद शामिल है।

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3. एशियाई व्यंजनों का उपयोग करें: सिंघाड़ा कोविजिटेबल्स या टोफू के साथ प्रभाव अंश। ये एशियन रेसिपीज़ में एक खास स्वाद और टेक्सचर देता है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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