सेहत – बड़ा ही करामाती है यह नीले फूल वाला पौधा, नाइट्रोजन में देता है राहत, मेमोरियल को तेज करने में उपयोग, जानें उपयोग

गेर्गाल: नीले रंग का अपराजिता का फूल पूजा-पाठ में विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। इस फूल की प्राकृतिक औषधि के रूप में जाना जाता है, इसके विभिन्न औषधीय गुणों का उपयोग आयुर्वेद में किया जाता है।

आयुर्वेदाचार्य डॉ. सुशांत ने लोक 18 में बताया गया अपराजिता का पौधा अत्यंत उपयोगी है। आयुर्वेद में इस औषधि को स्मरण शक्ति और बुद्धि को बढ़ाने वाला माना गया है। अपराजिता के औषधि में कई औषधीय गुण होते हैं। इसलिए आयुर्वेद में यह विशेष स्थान प्राप्त है।

डायग्नोस्टिक्स की समस्या से मिलती है राहत

डॉ. सुशांत स्टूडेंट हैं कि अपराजिता की जड़ावत का रस मसाला उनके 5 से 6 ड्रमें नाक में डूबे सिर के दर्द (माइग्रेन) में राहत की सांस लेती है। इसका उपयोग करना बहुत ही आसान और सरल है। जड़ावत से रस वडोदरा नाखुन में डायनासोर से जुड़ी समस्या कम हो जाती है।

जड़ो,पत्तियों और बीजों के कई औषधीय उपयोग हैं

मम्प्स की समस्या पर सेंधा नमक और सरसों के तेल के साथ लेप लगाने से सूजन धीरे-धीरे कम होने लगती है और आराम मिलता है। यदि इस उपाय का उपयोग नियमित रूप से किया जाए तो मम्प्स की समस्या आसानी से ठीक हो सकती है। अपिता की जड़ों के साथ-साथ इसके गुण भी अत्यंत गुणकारी होते हैं। जिन लोगों को अति स्वादिष्ट भोजन मिलता है, एलायंस और मित्र देशों के तलवों में ,वे इसके नारियल के 2 ग्राम पाउडर में 6 से 7 चम्मच अदरक के रस को मिलाकर पिएं, तो यह समस्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है।अपराजिता के 2 ग्राम पाउडर, 2 चुटकी सेंधा नमक और 2 चुटकी सोंठ को रात में गर्म पानी के साथ यह पेट साफ करना भी उपयोगी होता है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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