सेहत – रोज सूर्योदय के इतने मिनट बाद लें धूप की एक खुराक, नहीं सताएंगी 18 बीमारियां, हेल्थ एक्सपर्ट से जानें फायदे

पाली. वैयक्तिक सीज़न और वैल्युएबल की वजह से कई कट्टरपंथियों का खतरा बढ़ गया है। ऐसे में कुछ ऐसे प्राकृतिक उपाय हैं जिनसे लाभ मिलता है। खास बात यह है कि इसके इस्तेमाल में कोई खर्चा भी नहीं आता, साथ ही इन 18 दिनों से हम दूर रहते हैं। स्वास्थ्य वयोवृद्ध फिजीशियन डॉ. आलोक गुप्ता के अनुसार, सूर्योदय के बाद धूप सेंकने से रामबाण को स्वास्थ्य लाभ मिल सकता है। विशेषज्ञ का दावा है कि धूप की सही मात्रा का सेवन करने से शरीर को 18 साल की उम्र में नुकसान हो सकता है। आइए जानते हैं, कब और कैसे धूप लेना शानदार है।

हेल्थ टीचर्स के बुजुर्ग डॉक्टर आलोक गुप्ता का मानना ​​है कि सुबह सूर्योदय के 30-45 मिनट बाद धूप लेना सबसे ज्यादा होता है। इस समय धूप में शरीर में विटामिन डी की प्रचुर मात्रा होती है। सुबह की धूप में अल्ट्रावॉयलेट-बी (यूवीबी) किरणें होती हैं, जो त्वचा पर होने वाले विटामिन डी बनाने में मदद करती हैं। इसके लिए प्रतिदिन 15-20 मिनट तक धूप लेना समतल होता है।

धूप के फायदे और 18 बस्तरी से बचाव
धूप न सिर्फ विटामिन डी की कमी को पूरा करती है, बल्कि शरीर को कई गंभीर नुकसान से भी बचाती है। धूप के नियमित सेवन से रेस्तरां से बचाव होता है।

  • ऑस्टियोपोरोसिस: धूप के जोड़ों को मजबूत बनाने में मदद मिलती है।
  • विटामिन डी का सही स्तर शुगर नियंत्रण में अल्कोहल होता है।
  • हाइपरटेंशन: धूप का सेवन नक्षत्र को नियंत्रित करने में सहायक होता है।
  • हृदय रोग: धूप से दिल की बीमारी का खतरा कम होता है।
  • अवसाद: धूप शरीर में सेरोटोनिन हार्मोन को बढ़ाता है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।
  • कैंसर: कुछ अध्ययनकर्ता बताते हैं कि धूप के सेवन से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।
  • थोक-जुकाम: धूप-जुकाम जैसी समस्याओं से बचा जा सकता है।
  • डिमेंशिया: विटामिन डी की कमी से मस्तिष्क संबंधी रोग हो सकते हैं।
  • थायरॉयड: सही मात्रा में धूप से थायरॉयड हार्मोन नियंत्रित रहता है।
  • एक्जिमा और सोरायसिस जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं में भी धूप अच्छी लगती है। पार्किंसंस रोग में धूप का सेवन से राहत मिल सकती है।
  • मोटापा: धूप मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करता है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है।
    वस्तुओं के दर्द में धूप से राहत मिलती है।
  • नींद की कमी: सूरज की रोशनी से मेलाटोनिन हार्मोन का स्तर होता है, जिससे नींद बेहतर होती है।
  • सूजन: धूप शरीर में सूजन को कम करती है।
  • अल्जाइमर: विटामिन डी की कमी से अल्जाइमर का खतरा बढ़ सकता है।
  • मसल्स वीकनेस: धूप से मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
  • तनाव: धूप निकालने से तनाव के स्तर में कमी आती है।

ध्यान रखें ये खास बातें
सुबह 7 से 9 बजे के बीच धूप लेना सबसे ज्यादा माना जाता है। धूप सेंकने के दौरान त्वचा को बिना किसी क्रीम के या सनस्क्रीन के खुले भाग से हटा दें ताकि धूप सेंकने के दौरान त्वचा पूरी तरह से अवशोषित हो सके। विटामिन डी की कमी वाले लोगों को प्रतिदिन 20 मिनट धूप में अवश्य पढ़ना चाहिए।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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