सेहत – ऑक्सीजन-खैनी या सीताफल-बीड़ी? कौन है आपका जेनी-दुदर्शन? जवाब हैरान रह जाओगे दंग
सिगरेट या तम्बाकू कौन अधिक बुरा है: भारत के गाँव में अदरक शहर में सभी जगहों पर कीटनाशकों का प्रयोग किया जाता है। हालाँकि दोनों स्थानों के रुझान अलग-अलग हैं। गाजियाबाद के लोग रेस्टॉरेंट हुकका, बीड़ी-कोरम वाले या तंबाकू या गुटखा खाते हैं, जबकि शहर में सिगरेट पीना और खैनी खाने वालों की पसंद सबसे ज्यादा है। अगर आपको भी लगता है कि सीमेंट स्टील या गुटखा खाने से कहीं बेहतर है और रेशों का शौक है तो आपको भी अपनी सोच बदलने की जरूरत है। आइए जानते हैं फ़्रांसीसी?
सर गंगाराम अप्लायटल नैल्फिन के कार्डियॉलॉजी और जाने-माने जनरल फ़िज़िशियन डॉ. मोहसिन वली न्यूज़18हिंदी बातचीत में बताया गया है कि किस तरह के टॉक्सिन में निकोटीन पाया जाता है। जब भी कोई मादक पदार्थ या तंबाकू से बने पदार्थ जैसे खैनी, गुटखा आदि खाता है तो यह शरीर में प्रवेश क्षति पहुंचाता है लेकिन इससे भी खतरनाक है इस तंबाकू पदार्थ को गुटखा आदि। मतलब कि अगर कोई सिगरेट सिगरेट या बीड़ी में सिगरेट सिगरेट पीता है और उसकी सिगरेट उसके फेफड़े में जाती है तो यह सिगरेट सिगरेट या बीड़ी में सिगरेट सिगरेट पीना खतरनाक है।
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डॉ. वली का कहना है कि ऐसा इसलिए है कि सिगरेट या बीड़ी के साथ सिर्फ निकोटीन ही नहीं बल्कि 4000 से भी ज्यादा नुकसान देह उत्पाद के शरीर के अंदर जाते हैं। केवल सीताफल पीने वाला ही नहीं, जो भी इस रसायन को इनहेलेट करता है तो वह भी इस खतरे की जद में आ जाता है। इसलिए ये स्टॉक जरूरी है कि बिजनेस को जलाएं नहीं। डॉक्युमेंट्री मॉकिंग करना मस्कुलर विशेषज्ञ से छूटना नुकसानदेह है।
सीता-बीड़ी पीने से होते हैं ये नुकसान
डॉ. वली की डाइट तो सिगरेट का स्मोक सिर्फ फेफड़े पर ही असर नहीं करता बल्कि कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा भी बढ़ जाता है।
. सीता-बीड़ी का स्मोक क्लोज़ 1 क्रेडिट से लेकर तारिह का कैसर पैदा होता है। इनमें लंग कैंसर, मुंह का कैंसर, पेट का कैंसर, गले का कैंसर, लिवर कैंसर, पेट का कैंसर, किडनी कैंसर और यूट्रस का कैंसर शामिल है।
. सांस फूलने के बिस्तर, सांस की बीमारी जैसे अस्थमा, रोगी पीडी, अस्थमा, टीबी बीमारी जैसी बीमारियाँ बन जाती हैं।
. आकर्षकमोकिंग करने वालों की नजर जल्दी-जल्दी होती है, इनमें मोतियाबिंद का रिश्ता रहता है।
. धूम्रपान से पहले लाइसेंस में देरी, गर्भपात, समय से पहले का जन्म, जोड़े में कुछ कमियाँ होना।
. श्रमिकों और हाइपरटेंशन का जोखिम ऐसे लोगों में बढ़ गया है।
बिजनेस-कहानी खाने के नुकसान
. बिजनेस प्रोडक्ट्स रॉकेट चबाने या खाने से सबसे ज्यादा पसंद मुंह, जीभ, मसूड़े में कैंसर होने की आशंका रहती है। इसके अलावा पेट, ग्रासनली, मूत्राशय, स्वरयंत्र, गुर्दे, अग्न्याशय और मूत्राशय के कैंसर का खतरा भी बढ़ जाता है।
. ऐसे में इसे खाने वालों को हार्ट अटैक का खतरा रहता है।
. प्लास्टिक खाने वालों से दांत घिस जाते हैं, दागदार हो जाते हैं, मसूड़े पीछे हट जाते हैं और मुंह में भी परेशानी होती है। लंबे समय तक मुंह में तंबाकू रखने से मृत्यु हो जाती है।
. इसके अलावा लैंगिक क्रियाकलाप की आदत भी होती है और याददाश्त भी व्यावहारिक होती है।
महिलाओं में तेजी से बढ़ रहा कैंसर
डॉ. मोहसिन वली का कहना है कि पहले तो सिगरेट या सिगरेट की वजह से पुरुषों में कैंसर की बीमारी सबसे ज्यादा देखी जाती थी लेकिन पिछले कुछ दिनों से देखा जा रहा है कि महिलाओं में भी कैंसर तेजी से बढ़ रहा है। इसकी एक सराहनीय महिलाओं का आकर्षक रेशियो की शुरुआत भी हो सकती है। दस्तावेज़ हैं कि भारत में 15 साल से ऊपर के 29 प्रतिशत लोग मॉकिंग करते हैं। इनमें पुरुष और महिलाएं दोनों शामिल हैं।
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पहले प्रकाशित : 18 सितंबर, 2024, 19:25 IST
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