सेहत – बहुत तिकड़म करता है इन कणों से बना तेल, सूजन-दर्द देता है सॉसेज, प्रोटोटाइप के लिए भी खराब!

उत्तर: अरंड का पेड़ घास की तरह दिखता है। धार्मिक एवं औषधीय दृष्टिकोण से भी यह बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसका उपयोग तेल से किया जाता है, जिसका प्रयोग औषधि के रूप में किया जाता है। इसके तीन फायदे हैं कि आपकी कई सारी बीमारियां दूर हो जाती हैं। दर्द से लेकर सूजन तक भी अरंड के पेड़ का तेल मिलता है।

अंडकोष में अंडकोष का इलाज महत्वपूर्ण
आयुर्वेदिक डॉक्टर हर्ष ने स्थानीय 18 से बातचीत में बताया कि अरंड का वानस्पेटिक नाम रिकिनस कम्युनिस है। इसे आयुर्वेद में ‘पंचांगुल’ भी कहा जाता है। क्योंकि इसके पत्ते हाथ के आकार के होते हैं। इसका उपयोग कई तालिकाओं में किया जाता है। अगर किसी को कब्ज की समस्या है तो अरंड के अर्क से निकले तेल पीने से पेट साफ हो जाता है।

सूजन-दर्द भी ठीक है
कमर दर्द, गठिया, जोड़ों के दर्द और सूजन के लिए भी अरंड का तेल शोभा देता है। अरंड का तेल सिर दर्द के लिए भी होता है और इसका उपयोग शरीर की सूजन कम करने के लिए भी किया जाता है। इसके साथ ही, खोज के लिए यह सबसे अच्छा टॉनिक माना जाता है।

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अरंड के पेड़ पर यम देवता का वास
महामंडलेश्वर संत कमल किशोर ने स्थानीय 18 से बातचीत में बताया कि अरंड के पेड़ पर यम देवता का वास होता है। मंगल ग्रह और राहु की शांति के लिए भी इसका प्रयोग किया जाता है। केंड के पेड़ के अंदर ‘ऋषिनास’ नामक विष अर पाया जाता है, जिसे पीने से शरीर में उग्रता पैदा होती है। कालरात्रि माता की पूजा में अरंड के उपाय का विशेष महत्व है। वैदिक कार्यों में इसके अणुओं का प्रयोग किया जाता है। अरंड के शिष्य को तोड़ने से पहले प्रार्थना करनी चाहिए।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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