सेहत – पर जल जाओ, तो पानी से अच्छी तरह से, टूथपेस्ट मत करो, अन्यथा…

दिवाली बर्न प्राथमिक चिकित्सा एवं देखभाल: आज का त्योहार मनाया जा रहा है। यह पर्व खुशियों और रोशनी का प्रतीक होता है। पर लोग अपने घर को दीया और लाइट्स से सजाते हैं। जबकि कई लोग इस उत्सव को कट्टरपंथियों का आनंद लेते हैं। कई बार लोग दिया जलाते वक्ता या पिक्चर से बुरी तरह जल जाते हैं और त्योहार पर उन्हें तुरंत कोई डॉक्टर भी आसानी से नहीं मिल पाता। ऐसे में सही तरीकों से पहली बार एड दिया जाए, तो इंजरी को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है और स्टूडियो से बचा जा सकता है। आज डॉक्टर से मिलेंगे कि अगर कोई स्पेशल पर सलामी वक्त या दीया से जल जाए, तो उसे तुरंत क्या करना चाहिए। जली हुई जगह को कैसे साफ करना चाहिए और उस पर कौन सी क्रीम लगानी चाहिए।

नई दिल्ली के सर गंगाराम हॉस्पिटल के स्कॉच एंड प्लास्टिक सर्जन डॉ. रमन शर्मा ने News18 को बताया कि जलापूर्ति या दीया से लोगों को सबसे पहले ज्वालामुखी वाली जगह को अच्छे से धोना चाहिए। ठंडे पानी से जली हुई जगह को 5-10 मिनट तक बंद करना जरूरी है। इससे इंजरी ज्यादा नहीं होती है और त्वचा को साफ करना भी आसान होता है। इसके बाद जली हुई जगह पर एंटीसेप्टिक क्रीम पाउडर या बर्न की कोई क्रीम हो, तो उसका भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बाद उस जगह को साफ कपड़े से लपेटकर अस्पताल जाना चाहिए। इस तरह की पहली एड से काफी राहत मिल सकती है. हालाँकि लोगों को जलने के बाद उस जगह पर तुरंत टूथपेस्ट या हल्दी बिल्कुल नहीं लगानी चाहिए।

टूथपेस्ट और हल्दी सहन खतरनाक

डॉक्टर रमन ने बताया कि जली हुई जगह पर टूथपेस्ट लगाने से काफी नुकसान हो सकता है। ऐसा करने से इंफेक्शन हो सकता है, क्योंकि टूथपेस्ट में कई तरह के केमिकल होते हैं, जो त्वचा पर रिएक्ट कर सकते हैं। इससे इंजरी बढ़ सकती है. इसके अलावा जली हुई जगह पर हल्दी का इस्तेमाल करने से बर्न इंजरी सही से दिखाई नहीं देती और उत्पाद भी जमा हो जाता है। इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए जहर के बाद टूथपेस्ट, हल्दी या अन्य खाद्य पदार्थों का उपयोग नहीं करना चाहिए। अगर जंगल की स्थिति गंभीर है, तो तत्काल उपाय करना जरूरी है। ऐसे मामलों में जले हुए व्यक्ति के कपड़े के शीशे हटा दिए जाएं ताकि वह अपनी जगह खोल सके। इसके बाद उस जगह पर अच्छे तरह से धोकर साँचा-चादर-लैपकार्ड ले जाना चाहिए। फिर जल्द से जल्द अस्पताल ले जाओ.

पर फेंकना से कैसे बचाया जाए?

हेल्थ इन्वेस्टर्स की सलाह तो समय के साथ सही कपड़ों की लाइन से भी मिल सकती है। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे जिप्से के फ्लैट्स और ज्यादातर लूज फ्रेम से खरीदें। लूज ड्रेस कभी-कभी दीये या मोमबत्ती की आग से लग सकती है, जिससे जलने का खतरा बढ़ जाता है। सावधान रहने से ऐसे में यूवी को काफी हद तक टाला जा सकता है। इस दौरान सुरक्षा का ध्यान रखना ही जरूरी है, बल्कि दस्तावेजों की सुरक्षा भी जरूरी है। किसी भी तरह का आर्टिकल शेयर न करें बच्चों और बहनों का खास ख्याल रखें, ताकि उन्हें किसी तरह का नुकसान न हो।

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