सेहत – हिंदी समाचार / फोटो गैलरी / लाइफस्टाइल / कैंसर का दुश्मन है ये पीले फूल का पौधा, कीमोथेरेपी की तरह करता है काम, इन खतरनाक इलाज! कैंसर का अचूक इलाज! कैंसर का इलाज: प्रकृति में ऐसे कई उपचार बताए गए हैं। विभिन्न सामानों का उपयोग गोदाम से बिक्री के लिए किया जाता है। ऐसा ही एक औषध पौधा है पेट्रोनिलियन, जिस पर कुछ स्थानों पर सिंहपर्णी के नाम से भी जाना जाता है। इस उपकरण का उपयोग कई स्थिर उपचारों में किया जाता है। इस औषधि के जड़, पत्ते और फूल सहित सभी भाग उपयोग में आते हैं। इसके जड़ में ऐसे कई औषधीय गुण होते हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए भी हो सकते हैं। पुजारियन मूलतः यूरोप का पौधा है, लेकिन यह भारत के हिमालयी क्षेत्र में भी पाया जाता है। (रिपोर्ट: रॉबिन / गढ़वाली) Local18{“vars”:{“gtag_id”:”G-4LJXB6XTLN”,”config”:{“G-4LJXB6XTLN”:{“groups”:”default”,”send_page_v iew”:false}}},”triggers”:{“trackEvent”:{“on”:”click”,”selector”:”#byline_agency_cp”,”request”:”even t”,”vars”:{“event_name”:”byline_agency_cp”,”cta_name”:”Local18″,”section”:””,”sub_section”:””,”article_id”:””,”type_of_article”:” “,”local18_district”:””,”domain”:”https://hindi.news18.com/”}}}}अंतिम अपडेट किया गया: 9 नवंबर, 2024, 08:23 IST मनीष कुशवाह द्वारा संपादित 01 गढ़वाल यूनिवर्सिटी के हाईप्रेक इंस्टीट्यूट के शोधार्थी देवेश जंगपांगी ने लोकल18 को बताया कि ट्रैक्सेकम ऑफिशिनाले को डिसाइडलियन के नाम से भी जाना जाता है और इस औषधि में कई औषधीय गुण पाए जाते हैं। 02 देवेश जंगपांगी ने कहा कि “इसमें जो औषधीय गुण होते हैं वे कैंसर में कीमोथेरेपी की तरह काम कर सकते हैं।” वहीं, आयुर्वेद में भी इसके कई गुणधर्मों की जानकारी है। इसे रामबाण माना जाता है। इसके विटामिन ए, सी, डी के साथ-साथ पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। साथ ही यह सार्जेंट में भी बेहद खतरनाक है। साथ ही कीक के रूप में भी सेवन किया जा सकता है, जो स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। देवेश आगे कहते हैं कि अगर नियमित रूप से इसका लीपापोती का खाना खाया जाए, तो स्वास्थ्य में काफी सुधार होता है और व्यक्ति निरोगी रहता है। जिसमें कई प्रकार के पेटीओलॉजिकल प्रयोगशालाएं शामिल हैं। यदि उत्तराखंड में किसान इसकी खेती करते हैं, तो यह उनका पारंपरिक खेती का साधन बन सकता है और पारंपरिक खेती की तुलना में अधिक दावा पेश किया जा सकता है। कई लोगों के पास इस औषधीय उपचार के बारे में जानकारी नहीं है और वे इसके मूल तत्व हैं, जबकि यह एक अत्यंत उपयोगी पौधा है। विशेष रूप से कीमोथेरेपी की तरह। साथ ही उन्होंने कहा कि आयुर्वेद में इसे रामबाण के रूप में माना जाता है। यह पेट से संबंधित बैचलर के उपचार में सहायक है।अगली गैलरी की दुकान-खांसी को उद्यम में न लें! हो सकता है संक्रमण! ये उपाय करेंअगली गैलरीअस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।

कैंसर का इलाज: प्रकृति में ऐसे कई उपाय ढूंढे जाते हैं। विभिन्न गोदामों से लेकर गोदामों तक का उपयोग किया जाता है। ऐसा ही एक औषध पौधा है पेट्रोनिलियन, जिस पर कुछ स्थानों पर सिंहपर्णी के नाम से भी जाना जाता है। इस उपकरण का उपयोग कई स्थिर उपचारों में किया जाता है। इस औषधि के जड़, पत्ते और फूल सहित सभी भाग उपयोग में आते हैं। इसके जड़ में ऐसे कई औषधीय गुण होते हैं जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के इलाज के लिए भी हो सकते हैं। पुजारियन मूलतः यूरोप का पौधा है, लेकिन यह भारत के हिमालयी क्षेत्र में भी पाया जाता है। (रिपोर्ट: रॉबिन / गढ़वाली)


Source link

Back to top button