सेहत – पेट का, आँखों का, द फ़िल का, सब ख़्याल राखेगी ‘आलू की ये बहन’, न्यूट्रिशन की है भरमार, बस नमको, छीलो और खाओ
शकरकंद के 5 स्वास्थ्य लाभ: जब भी वजन कम करने की बात आती है तो सबसे पहले लोग अपने खाने से आलू, चावल, रोटी जैसी चीजें कम करते हैं। लेकिन हाल ही में आप जानते हैं कि ‘आलू का भाई’ अगर आप अपनी खुराक में शामिल कर लें तो न केवल ये आपको वजन कम करने में मदद मिलेगी, बल्कि आपका पेट भी आपको इसे खाने के लिए धन्यवाद कहेगा। असल हम बात कर रहे हैं शकरनदी की. इसे शकरकन्दी या शकरकन्द कहा जाता है। शकरकन्द/शकरकंद एक रासायनिक और स्वादिष्ट रूट वेजिटेबल रहस्य है, ज मछलियों में प्रचुर मात्रा में विटामिन विटामिन, खनिज लवण और एंटीऑरियोडिएंट पाए जाते हैं। इसमें विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सीडेंट्स की अच्छी मात्रा होती है, जो इसे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही स्वादिष्ट बनाते हैं। जानिए इस सब्जी में आपके लीए कौन-कौन से पोषक तत्त्व छुपे हुए हैं।
शकरकन्दी में मौजूद विटामिन और न्यूट्रिएंट्स
विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन): आँखों और त्वचा के लिए
विटामिन सी: इमोशनल पिक्चर्स एस माइक्रोसॉफ्ट को मजबूत करने के लिए
विटामिन बी6: मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र के लिए
वः हेल्थ के लिए हेल्थ टूल्स और सामाग्री की सामग्री
मैगनीज: स्वास्थ्य के लिए मेटाबोलिज्म और हड्डियों की जानकारी
बाद: दस्तावेज़ को सही ढंग से रखने के लिए
शकरकन्दी के फायदे
1. ऊर्जा का बढ़ना इसमें कार्बोहाइड्रेट और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा अधिक होती है, जो कि ऊर्जा का एक बड़ा हिस्सा है। इसे खाने के बाद लंबे समय तक आपका भूखा नियंत्रण बना रहता है।
2. नज़र के लीए पागल: शकरकन्दी में विटामिन ए (बीटा-कैरोटीन) की प्रचुर मात्रा होती है, जो आंखों की सेहत के लिए बहुत जरूरी है। यह रतौंधी सवाल जवाब से बचने में मदद करता है। इसके साथ ही शकरकन्द में मौजूद विटामिन ए और ई त्वचा को चमकदार बनाने में मदद करते हैं और बालों की ग्रोथ के लिए भी होते हैं।
3. घाट हेलथ के लइया बढ़िया: शक्रकंदी आपका गट स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन साबित होता है। इसमें काफी मात्रा में अवशेष पाए जाते हैं, जो आपके दस्तावेज़ को बढ़ाता है और आपको काज जैसी समस्या से जुड़ता है।
4. मधुमेह में भी मधुमेह: शकरकन्दी में ग्लाइसेमिक ग्लूकोज़ (जीआई) कम होता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर बढ़ता नहीं है। यानी डायबीटीज के निशान के लिए ये एक बड़ी चीज साबित होती है। इसके साथ ही इसका हलका मीठापन, सॉलिड के क्रेविंग से भी बच जाता है।
5. इम्यून क्वीटी एस स्मार्तमाता है बू सितारा: स्वैच्छिक पेटेटो में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इससे आप किस तरह से फ्लू की चपेट में आ सकते हैं। विटामिन और मैग्नीशियम के घटकों से यह ब्लड क्लॉज़ को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। यानी से आपके दिल की सेहत के लिए बहुत बढ़िया है.
शकरकन्दी में मौजूद विटामिन और न्यूट्रिएंट्स
शकरकन्दी को अपनी सामग्री में कैसे शामिल करें?
अन्य लोग पढ़ते हैं कि आखि़र इसे अपनी सामग्री में कैसे शामिल करें। आप आलू की तरह ही शकरकन्दी को भी मसाले से छीलकर अभिषेक कर सकते हैं। इसके अलावा इसे मानकीम, बेक या भूनकर भी खाया जा सकता है। शकरकन्दी पिज्जा मीठा होता है. इसलाइप आप इसे अपने में शामिल कर सकते हैं। याद रखें कि जब भी आप शकरकन्दी का उपयोग करते हैं, तो यह पर्याप्त मात्रा में (नारियल तेल, ऑल फिश ऑयल या एवोकाडो) के साथ मिलाया जाता है। इससे पहले शकरकन्द में पाया जाने वाला फैट-सॉल्यूएबल न्युट्रियल बीटा-कैरोटने को पचाना आसान होता है।
शकरकन्दी खाने के नुकसान
जैसे हर चीज़ के फायदे होते हैं तो उसके कुछ नुकसान भी होते हैं। शकरकन्दी को आपको अपने इंजेक्शन में रेग्युलम पर नियंत्रण के तरीकों से लगाना चाहिए। इसमें ग्लूकोज़ की मात्रा निर्धारित की जा सकती है, इसलिए इसे खाने से ब्लड शुगर बढ़ाया जा सकता है, विशेष रूप से अगर यह टैल हो जाए या फिर ग्लूकोज़ के रूप में जांचा जाए। इसके अलावा शकरकन्दी में ऑक्सीजन के कण भी होते हैं, जो किडनी में पथरी का कारण बन सकते हैं। इसलिए, क्रोनिक किडनी रोग की समस्या है, उन्हें सीमित मात्रा में खाना चाहिए। वहीं अगर मात्रा में मात्रा जाए, तो यह वजन बढ़ाने का कारण भी बन सकता है।
पहले प्रकाशित : 11 नवंबर, 2024, 14:48 IST
Source link