सेहत – हिंदी समाचार / फोटो गैलरी / लाइफस्टाइल / आपकी वॉशिंग मशीन से भी हो सकता है 5 तरह का इंफेक्शन, पर थोड़ी सी सावधानी बच सकती है ऐसे में जानिए कैसे वॉशिंग मशीन दे सकती है आपको 5 इंफेक्शन: कभी आपने सोचा होगा कि आप जिस वॉशिंग मशीन में कपड़े धोते हैं तो उसमें भी इंफेक्शन लग सकता है। रिपोर्ट की राय तो वाशिंग मशीन का अगर सही से इस्तेमाल नहीं किया जाए तो इससे बीमारी हो सकती है। दरअसल वाशिंग मशीन में करोड़ो बैंक जमा होने की बात सामने आई है. खास बात यह है कि इस बुकमार्क वाशिंग मशीन को अपनी ब्रीडिंग जगह पर बना दिया गया है। ऐसे में अगर आप मशीन को सही से मेंटेन नहीं करते हैं तो 5 तरह के इंफेक्शन हो सकते हैं।न्यूज18 हिंदीलास्ट अपडेटेड:नवंबर 15, 2024, 15:54 ISTWritten by LAKSHMI NARAYAN01 वाशिंग मशीन खासतौर पर जो फ्रंट ड्राइवर वाले वाशिंग मशीन आते हैं उनमें अक्सर सील टाइट होते हैं. इसमें मॉइश्चर बना रहता है. इन मॉइश्चर वाली जगह पर बैथ, फंगस के पत्थने की खतरनाक स्थिति सबसे ज्यादा है। वहीं सील, रबर गैसकेट, द्राउर के पास सबसे अधिक पाए जाते हैं। जब कपड़े से कूड़ा-कचरा निकलता है तो ये धूल-मिट्टी के स्थान पर गंदगी जमा हो जाती है और जब वाशिंग मशीन आराम से रहने लगती है तब ये लाखों की संख्या में अवशेष पैदा हो जाते हैं। ये नोट, फंगस हर तरह का माहौल में जिंदा रह सकते हैं। ये सब वॉशिंग मशीन से किसी न किसी माध्यम के खोज में टच करते हैं और हमें इंफ़ेक्शन दे देते हैं। छवि: Canva02 ई-कोलाई घोटाले में सबसे ज्यादा ई-कोलाई घोटाला होता है। ई-कोलाई भोजन, वातावरण, पानी और यहां तक ​​कि इंसानों और घरों में खाने के सामान पाए जाते हैं। ये जब मशीन में चले जाते हैं तो इससे इंसान में घुसते हैं। ई.कोलाई के कारण पेट में संक्रमण होता है। ई-कोलाई से बचने के लिए अंडरगारमेंट, कपड़े के कपड़े और किचन टॉवल को वॉशिंग मशीन में न डालें। इसके बदले अलग से साफ करें. Canva03 स्टेफ़ायलोकॉक्स स्कैटर-स्टेफ़ायलोकॉक्स स्टार्च गर्म पानी में भी जिंदा रह सकते हैं। इसलिए जब इस मशीन में घुसना होता है तो वहां से निकलना मुश्किल हो जाता है। यह फोटोशूट जब त्वचा के संपर्क में आता है तो त्वचा में संक्रमण कर देता है। इसके अलावा स्टेफ़ाइलोकोकस से अन्य बीमारियाँ भी होती हैं। इससे बचने के लिए गर्म पानी (60 डिग्री से ऊपर) से वाशिंग मशीन को साफ करें या कपड़े उतारते रहें ताकि कंप्यूटर को मारा जा सके। महीने में एक बार वाशिंग मशीन में गर्म पानी और कपड़े बिक जाते हैं। चित्र: Canva04 स्यूडोमोनास संक्रमण-पानी और मिट्टी में होने वाला सामान्य विखंडन स्यूडोमोनास ऑरुजिनोसा है। यह होटल वाले पर्यावरण में रहता है। यह वाशिंग मशीन के अंदरुनी हिस्सों में घुस जाता है। इससे निमोनिया, यूटीआई, गठिया, सेप्टिसीमिया रोग हो सकता है। इससे बचने के लिए जब भी आप वाशिंग मशीन का इस्तेमाल करें तो इसे कुछ देर तक खुले में छोड़ दें। जहां-जहां रबर की सील है वहां-वहां गर्म पानी से साफ करें। चित्र: Canva05 फंगस इंफेक्शन-कैंडिडा, मॉल्ड जैसे फंगस वॉशिंग मशीन हर जगह मौजूद होते हैं। फ्रंट लोडर वाशिंग मशीन में फंगस के पठने का सबसे ज्यादा खतरा रहता है। फंगल संक्रमण के कारण खुजली, त्वचा में संक्रमण और सांस संबंधी संक्रमण का खतरा रहता है। इससे बचने के लिए वाशिंग मशीन का दरवाजा, रबर सील आदि को हर बार गर्लफ्रेंड्स से एडिक्ट और कुछ देर से ही बाहर छोड़ दें। महीने में एक बार सिरका या वाश गन्दे से साफ करें। छवि: Canva06 मायोबैक्टीरिया संक्रमण-वाशिंग मशीन में गैर-ट्यूबरकुलस मायोबैक्टीरिया मौजूद होते हैं जो त्वचा संक्रमण और सांसों से संबंधित रोग दे सकते हैं। इससे बचने के लिए यूनिवर्सल, जिम वाले कपड़े और कपड़े से बने कपड़े को गर्म पानी में लपेटना चाहिए। इन सभी संक्रमणों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है महीने में एक बार गर्म पानी में वाशिंग उपकरण या सिरका आदि देकर इसे चलायें और पूरी वाशिंग मशीन को सही से साफ कर दें। छवि: कैनवाअगली गैलरीदावइयों का बाप है ये मसाला! बुखार हो या ठंड-जुकाम, हृदय रोग और कैंसर में…अगली गैलरी

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वाशिंग मशीन खासकर जो फ्रंट ड्राइवर वाले वाशिंग मशीन आते हैं उनमें बार-बार सील टाइट होते हैं। इसमें मॉइश्चर बना रहता है. इन मॉइश्चर वाली जगह पर बैथ, फंगस के पत्थने की खतरनाक स्थिति सबसे ज्यादा है। वहीं सील, रबर गैसकेट, द्राउर के पास सबसे अधिक पाए जाते हैं। जब कपड़े से कूड़ा-कचरा निकलता है तो ये धूल-मिट्टी के स्थान पर गंदगी जमा हो जाती है और जब वाशिंग मशीन आराम से रहने लगती है तब ये लाखों की संख्या में अवशेष पैदा हो जाते हैं। ये नोट, फंगस हर तरह का माहौल में जिंदा रह सकते हैं। ये सब वॉशिंग मशीन से किसी न किसी माध्यम के खोज में टच करते हैं और हमें इंफ़ेक्शन दे देते हैं। छवि: कैनवा


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