सेहत – शरीर के लिए ‘अमृत’ से कम नहीं ये मीठा फल, चॉकलेट का कर देगा सफाया, दिल हो जाएगा बाग-बाग!

सेब और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल: फलों और विद्यार्थियों को स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक माना जाता है, क्योंकि इनमें पोषक तत्वों की मात्रा बहुत अधिक होती है। इन पोषक तत्वों से केवल शरीर को ही हटाया जा सकता है, बल्कि पोषक तत्वों से भी राहत मिल सकती है। यदि आप रोजाना एक या दो सेब खाना शुरू कर देते हैं, तो आपको मोटापे की समस्या से राहत मिल सकती है और आपके दिल का स्वास्थ्य मजबूत हो सकता है। यह बात कई रिसर्च में भी सामने आई है। सेब को इम्युनिटी बूस्ट करने में भी औषधि मानी जाती है, क्योंकि इसमें मसाले और विटामिन होते हैं।

नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन की रिपोर्ट के अनुसार सेब को खराब ऑलेस्टियल कम करना बेहद प्रभावशाली माना जाता है। सेब में बायोबायोपोलिफेनोल्स और चॉकलेट की मात्रा प्रचुर मात्रा में है। कई शोधों से पता चला है कि सेब के बायोएक्टिव कंपाउंड के सेवन से लिपिड मेटाबॉलिज्म और हृदय स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। सेब में पेक्टिन नाम का विशेष अवशेष होता है, जो मेटाबोलिक को पाचन तंत्र में अब्जॉर्ब से जोड़ा जाता है। इससे ख़ून में जाम बड़़ा इलाक़ा कम होने लगता है। हाई छात्रों के खिलाड़ी अगर नियमित रूप से सेब खाएंगे, तो उन्हें फायदा मिल सकता है।

साल 2019 में हुई एक रिसर्च में पाया गया कि लगातार 8 हफ्ते से लेकर रोजाना 2 हफ्ते तक के लेवल लेवल में सुधार हो सकता है। सेब में ऐसे पोषक तत्व होते हैं जो बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। सेब में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो कार्डियोवैस्कुलर डिजीज के खतरे को कम करने में सहायक होते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार सेब का सेवन करने से इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। सेब खाना पेट की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है।

सेब में विटामिन सी, एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बेहद खतरनाक होते हैं। सेब से संतृप्ति के कारण सेब रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद कर सकता है। मीठा होना बाकी सभी के लिए सुरक्षित माना जा सकता है। सेब के एंटीऑक्सीडेंट शरीर से खतरनाक पदार्थों को बाहर निकालते हैं, जिससे त्वचा की सेहत में सुधार होता है और शरीर की प्रतिरोधक क्षमता भी मजबूत होती है। सेब वजन कम करने में भी मदद मिल सकती है, क्योंकि यह भूख नियंत्रण करके कैलोरी इनटेक कम कर सकता है। इससे वेट लॉस में मदद मिलती है।

यह भी पढ़ें- शुगर को अंगूर से बाहर खींचना यह सोडा मसाला है! जहर का सबसे बड़ा दुश्मन, सिर्फ 1 गिलास में आएगा काम


Source link

Back to top button