Political – Haryana Election Result: वे 15 बड़े नाम जिनकी सीटों पर रहेगी सबकी नजर- #INA
हरियाणा चुनाव में इन उम्मीदवारों की साख दांव पर
हरियाणा की सभी 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी. कुल 61 फीसदी के करीब वोट पड़े थे. अब कुछ घंटों में स्थिति साफ हो जाएगी कि कांग्रेस 10 साल के बाद वापसी करेगी या फिर बीजेपी जीत की हैट्रिक लगाएगी?हरियाणा में वैसे तो 5 प्रमुख पार्टियां चुनाव लड़ रही हैं. पर असल मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी में ही है.
कांग्रेस, भाजपा के अलावा इंडियन नेशनल लोकदल (INLD), जननायक जनता पार्टी (JJP) और आम आदमी पार्टी (AAP) भी किंगमेकर बनने की लड़ाई लड़ रहे हैं. INLD ऐसा बहुजन समाज पार्टी के साथ गठबंधन और JJP-आजाद समाज पार्टी के सहारे करने की फिराक में है.
वैसे तो इस चुनाव मैदान में दो दर्जन से भी ज्यादा बड़े चेहरे हैं, जिनकी जीत-हार पर सभी की नजरें होंगी. लेकिन इनमें भी 15 नाम ज्यादा ही खास हैं. इनमें रेसलर विनेश फोगाट, भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक हुड्डा, देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल का नाम शामिल हैं.
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एक नजर इन सभी उम्मीदवारों और उनकी सीटों पर.
1. विनेश फोगाट (सीट – जुलाना)
पेरिस ओलंपिक 2024 से लौटने के बाद विनेश फोगाट ने चुनावी राजनीति में एंट्री ली है. फोगाट कांग्रेस के टिकट पर जुलाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रही थीं. जुलाना विनेश का ससुराल भी है. विनेश के खिलाफ बीजेपी ने पायलट रह चुके योगेश बैरागी को उतारा था. करीब दो लाख की आबादी वाले जुलाना में 70 फीसदी जाट समाज के लोग हैं.
2. भूपेंद्र सिंह हुड्डा (सीट – गढ़ी सांपला)
हरियाणा के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा गढ़ी सांपला किलोई से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर उनकी पकड़ मजबूत कही जाती है. हुड्डा 2 बार राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. कांग्रेस को बहुमत मिलता है तो उन्हें सीएम पद का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है. इस सीट पर जाट वोटर निर्णायक हैं. भूपेंद्र हुड्डा भी इसी समुदाय से आते हैं.
3. नायब सिंह सैनी (सीट – लाडवा)
मनोहर लाल खट्टर को हरियाणा से दिल्ली भेजे जाने के बाद जिस नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री की कमान मिली, वह अपने इलाके करनाल के बजाय कुरूक्षेत्र की लाडवा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. उनके सामने कांग्रेस के मेवा सिंह है. पिछली बार लाडवा सीट से मेवा सिंह ने जीत का परचम लहराया था. लाडवा में बड़ी संख्या में ओबीसी वोटर्स होने का फायदा नायब सिंह सैनी को मिल सकता है
4. अनिल विज (सीट – अंबाला कैंट)
विज हरियाणा बीजेपी का बड़ा पंजाबी चेहरा हैं. 2 बार मंत्री रह चुके विज अंबाला कैंट सीट से कैंडिडेट थे और चुनाव के बीच में ही सीएम पद पर दावा ठोंक दिया था. अंबाला कैंट में पंजाबी और जट सिख के करीब 80 हजार वोट हैं. 1967 से लेकर 2019 तक यहां ज्यादातर पंजाबी समाज से आने वाले ही विधायक बनते आए हैं. यहां निर्दलीय उम्मीदवार चित्रा सरवारा अनिल वीज को अच्छी टक्कर दे रही थीं.
5. अभय चौटाला (सीट – ऐलनाबाद)
हरियाणा में सिरसा जिले की ऐलनाबाद सीट से इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) के नेता अभय सिंह चौटाला चुनाव लड़ रहे हैं. वह इस सीट पर पिछले दो चुनावों से जीत दर्ज कर रहे हैं. यहां ओबीसी – 18 प्रतिशत, अनुसूचित जाति – 21 प्रतिशत, जट सिख – 7 प्रतिशत, ब्राह्मण – 3 फीसदी, पंजाबी – 3 फीसदी, वैश्य 3 फीसदी हैं. यहां जाट समाज और शहरी वोटर ही उम्मीदवार की हार-जीत का फैसला करते हैं. कांग्रेस के पूर्व विधायक भरत सिंह बेनीवाल यहां चौटाला को टक्कर दे रहे हैं.
6. पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (सीट – उचाना)
जेजेपी नेता और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला उचाना सीट से चुनावी मैदान में थे. पिछले पांच साल तक वह बीजेपी के साथ सरकार में थे. लोकसभा चुनाव 2024 में जब उनकी बीजेपी के साथ सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी तो गठबंधन टूट गया. 2019 में दुष्यंत चौटाला उचाना सीट ही से चुनाव जीते थे. यहां करीब 2.17 लाख वोटर हैं. जिनमें सबसे ज्यादा 1.7 लाख जाट वोटर हैं.
7. दीपक निवास हुड्डा (सीट – महम)
भारतीय कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान दीपक निवास हुड्डा को बीजेपी ने महम सीट से चुनावी मैदान में उतारा है. दीपक पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. दीपक को टिकट दिए जाने पर महम के कई भाजपा नेताओं ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया था. वे पैराशूट उम्मीदवार के खिलाफ थे.कांग्रेस ने यहां पूर्व मंत्री आनंद सिंह दांगी के बेटे बलराम दांगी को उम्मीदवार बनाया है. महम में करीब 1.98 लाख वोटर हैं. यहां जाट वोटर सबसे ज्यादा हैं.
8. सावित्री जिंदल (सीट – हिसार)
देश की सबसे अमीर महिला सावित्री जिंदल हिसार सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रही है. वो हरियाणा के कुरुक्षेत्र से बीजेपी सांसद नवीन जिंदल की मां हैं. सबसे अमीर महिला होने के साथ-साथ सावित्री जिंदल हरियाणा में मंत्री भी रह चुकी है. 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले सावित्री जिंदल ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था. सावित्री जिंदल ने BJP से टिकट मांगा था मगर पार्टी ने अपने पुराने नेता और RSS से जुड़े डॉ. कमल गुप्ता को ही टिकट दिया. सावित्री जिंदल इस सीट पर मुकाबले में हैं.
9. आरती राव (सीट – अटली)
बीजेपी ने केंद्रीय राज्य मंत्री राव इद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को टिकट दिया है. महेंद्रगढ़ की अटली विधानसभा क्षेत्र से वो चुनाव लड़ रही हैं. आरती राव शूटिंग की खिलाड़ी रही हैं. उन्होंने 2001 और 2012 में शूटिंग वर्ल्ड कप के फाइनल प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था. वह एशियन चैंपियनशिप में 4 मेडल जीत चुकी हैं. उन्होंने 2017 में शूटिंग से संन्यास ले लिया था. लेकिन जब वह राजनीति में दाखिल हुईं तो उन पर बाहरी होने का टैग देकर क्षेत्र में विरोध भी हुआ था.
10. राबिया किदवई (सीट – नूंह)
राबिया किदवई आम आदमी पार्टी के टिकट पर हरियाणा के सबसे पिछड़े जिले नूंह से चुनावी रण में उतरी हैं. राबिया चार राज्यों के राज्यपाल रहे एआर किदवई की पोती हैं. राबिया पोस्ट ग्रैजुएट हैं और अभी गुरुग्राम में बिजनेस करती हैं. नूंह का ये पहला चुनाव हैं जब इस सीट पर कोई महिला उम्मीदवार मुकाबले में हैं.
11. चंद्रमोहन (सीट – पंचकुला)
हरियाणा चुनाव के दौरान जिन सीटों को लेकर सबसे अधिक बात हुई, उसमें पंचकुला भी एक थी. हरियाणा की मिनी राजधानी के तौर पर पंचकुला मशहूर है. सूबे के पूर्व डिप्टी सीएम चौधरी भजनलाल के बड़े बेटे चंद्रमोहन यहां चुनावी मैदान में हैं. तीन दशक से हरियाणा की सियासत में सक्रिय चंद्रमोहन कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं. 2019 के चुनाव में पार्टी ने उन्हें पंचकुला सीट से उतारा था लेकिन तब वो बीजेपी के ज्ञानचंद गुप्ता से हार गए थे.
12. भव्य बिश्नोई (सीट – आदमपुर)
भजनलाल चौधरी के पोते और विधायक भव्य बिश्नोई भी चुनावी मैदान में हैं. बीजेपी ने उन्हें हिसार की आदमपुर सीट से टिकट दिया है. साल 2022 में हुए उपचुनाव में भव्य इस सीट से जीतकर पहली बार विधानसभा पहुंचे थे. आदमपुर में सबसे ज्यादा, करीब 55 हजार जाट वोटर हैं. वहीं, यहां बिश्नोई समाज के 28 हजार वोट हैं.
13. अनिरुद्ध चौधरी (सीट – तोशाम)
हरियाणा में भिवानी जिले की तोशाम कई हॉट सीट में से एक है. यहां पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल का परिवार आमने-सामने हैं. कांग्रेस ने बंसीलाल के बड़े बेटे रणबीर महेंद्रा के बेटे अनिरुद्ध चौधरी को टिकट दिया है. यह सीट बंसीलाल परिवार का गढ़ रही है. अभी तक यहां 15 चुनाव हुए हैं, जिसमें 11 बार बंसीलाल परिवार का ही कोई सदस्य चुना गया है.
14. श्रुति चौधरी (सीट – तोशाम)
वहीं, बीजेपी ने तोशाम सीट से राज्यसभा सांसद किरण चौधरी की बेटी श्रुति चौधरी को उम्मीदवार बनाया है. श्रुति की एक पहचान यह है कि वह पूर्व सीएम बंसीलाल की पोती हैं. श्रुति और अनिरूद्ध चचेरे भाई बहन है. यह सीट बंसीलाल परिवार का गढ़ रही है. अभी तक यहां जो 15 चुनाव हुए हैं, जिनमें 11 बार बंसीलाल परिवार का ही कोई शख्स जीता है.
15. चिरंजीव (सीट – रेवाड़ी)
हरियाणा की रेवाड़ी सीट पर कांग्रेस ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव राव को टिकट दिया है. 2019 में चिरंजीव राव ने अपने पहले ही चुनाव में जीत दर्ज किया था. कांग्रेस ने दूसरी बार राव को चुनावी मैदान में उतारा है. इस सीट पर BJP और कांग्रेस के बीच सीधा मुकाबला माना जा रहा है.
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