Political – हेलिकॉप्टर उद्धव का, एक्शन EC का और निशाने पर मोदी-शाह….चेकिंग विवाद किधर ले जाना चाहती है MVA?- #INA
उद्धव ठाकरे, शरद पवार और नाना पटोले.
चुनावी घमासान के बीच 24 घंटे में लगातार दूसरी बार उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की चेकिंग ने महाराष्ट्र की सियासी सरगर्मी तेज कर दी है. चुनाव आयोग के इस एक्शन पर महा विकास अघाड़ी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह को निशाने पर लिया है. उद्धव और उनके गठबंधन के दल इस पूरे विवाद को केंद्र के इशारे पर की गई कार्रवाई बताने की कवायद में जुटे हैं.
इसकी शुरुआत खुद उद्धव ठाकरे ने की है. उद्धव ठाकरे ने चुनाव आयोग से कहा है कि मेरे हेलिकॉप्टर की चेकिंग बेहिचक करिए, लेकिन प्रधानमंत्री के सामने पूंछ मत हिलाइए. उद्धव का कहना था कि सत्ताधारी पार्टियों के हेलिकॉप्टर की चेकिंग नहीं की जा रही है.
राउत बोले- चड्ढी बनियान लेकर नहीं चलते
उद्धव गुट के प्रवक्ता संजय राउत ने चुनाव आयोग की कार्रवाई पर सवाल उठाया है. राउत ने कहा कि पूरा महाराष्ट्र आयोग की निष्पक्षता को देख रहा है. हमारे बैग चेक किए जा रहे हैं. हम क्या बैग में चड्डी-बनियान लेकर चलते हैं?
राउत ने आगे कहा कि बीजेपी और शिंदे के उम्मीदवारों के यहां पहले ही पैसे पहुंचाए जा चुके हैं. आयोग के ऑब्जर्वर इस सब की अनदेखी कर रहे हैं. उन्हें दिख नहीं रहा है. लोकसभा में उन्हें सबूत भी दिए गए थे, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
राउत ने आगे कहा कि महाराष्ट्र की जनता आयोग की कार्रवाई को देख रही है. सही वक्त पर जवाब देगी. हम पारदर्शी तरीके से काम करते हैं.
पवार बोले- सत्ता का यह बेजा इस्तेमाल है
उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की चेकिंग पर महाराष्ट्र के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने भी प्रतिक्रिया दी है. सीनियर पवार ने कहा है कि सत्ता में बैठे लोगों ने तय कर लिया है कि शक्ति का इस्तेमाल कैसे करना है. इसमें कोई हैरानी की बात नहीं है. हमें यह सहन करना होगा.
शरद पवार ने आगे कहा कि सत्ता में बैठे लोगों का एक ही एजेंडा है- विपक्ष को परेशान करना.
इस पूरे प्रकरण पर नाराजगी व्यक्त करते हुए पवार ने कहा कि आम जनता देख सकती है कि क्या हो रहा है. विपक्ष के साथ जिस तरह का व्यवहार हो रहा है उससे जनता भी नाराज है. मुझे नहीं लगता कि जनता इसे पसंद करेगी.
ठाकरे परिवार को अपमानित करने की कोशिश
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की चेकिंग पर बयान दिया है. संजय सिंह का कहना है कि बाल ठाकरे के रहते कभी भी इस तरह की चेकिंग नहीं की गई. उद्धव जब बीजेपी में थे, तब भी इस तरह की चेकिंग नहीं हुई. ऐसे में अब उद्धव के साथ इस तरह की हरकत कर ठाकरे परिवार को अपमान करने की कोशिश हो रही है.
संजय सिंह ने आगे कहा है कि महाराष्ट्र की जनता होशियार है और ठाकरे परिवार के अपमान का बदला लेना जानती है. आने वाले वक्त में इसे कराने वाले खामियाजा भुगतेंगे.
कांग्रेस ने इसे गुजरात कनेक्शन से जोड़ा
महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले ने भी इस पूरे प्रकरण पर बयान दिया है. पटोले का कहना है कि वक्त रहते अगर ठीक ढंग से चेकिंग होती तो महाराष्ट्र का उद्योग गुजरात नहीं गया होता. पटोले ने चुनाव आयोग से सवाल पूछा है कि क्या आप इस तरह की कार्रवाई नरेंद्र मोदी के लिए भी करेंगे?
शिवसेना (यूबीटी) के आधिकारिक हैंडल से भी इस पूरे प्रकरण को गुजरात एंगल देने की कोशिश की गई है. उद्धव के बेटे आदित्य ठाकरे ने चेकिंग अभियान पर चुनाव आयोग को ही निशाने पर लिया है.
आदित्य का कहना है कि चुनाव आयोग अब समझौता आयोग बन चुकी है और उद्धव ठाकरे की रैली में देरी हो, इसलिए यह चेकिंग करा रही है.
इन 2 जगहों पर हुई उद्धव के हेलिकॉप्टर की चेकिंग
सोमवार को यवतमाल में उद्धव ठाकरे के हेलिकॉप्टर की चेकिंग पहली बार की गई. इस दौरान अधिकारियों ने उनके बैग और सामानों की चेकिंग की. मंगलवार को लातूर में उद्धव के हेलिकॉप्टर की चेकिंग की गई. उद्धव ने यहां पर चेकिंग करने वाले अधिकारियों से सख्त पूछताछ भी की.
उद्धव ने सामान चेक करने वाले अधिकारियों का पर्स देखा और साथ ही उन्हें अपॉइंटमेंट लेटर दिखाने को भी कहा. वहीं इस पूरे मसले पर चुनाव आयोग ने भी प्रतिक्रिया दी है. आयोग का कहना है कि यह सामान्य चेकिंग है.
आयोग के मुताबिक हमारी कोशिश निष्पक्ष चुनाव कराने की है. महाराष्ट्र में चेकिंग के दौरान अब तक 500 करोड़ रुपए बरामद किए गए हैं. ऐसे में हमारी जवाबदेही और ज्यादा बढ़ गई है.
288 विधानसभा सीटों वाली महाराष्ट्र में 20 नवंबर को विधानसभा के चुनाव होने हैं. मुख्य मुकाबला महा विकास अघाड़ी और महायुति के बीच है. उद्धव ठाकरे की पार्टी शरद पवार की एनसीपी और कांग्रेस के साथ महा विकास अघाड़ी गठबंधन में है.
एकनाथ शिंदे की शिवसेना, अजित पवार की एनसीपी और बीजेपी महायुति में है.
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