नवागत पुलिस अधीक्षक ने संम्भाला पदभार, बोले – लाॅ एण्ड आर्डर कायम रखना प्राथमिकता

🔴 पुलिसकर्मी निष्पक्षता के साथ  करे अपने कर्तव्यों का निर्वहन, लापरवाही और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नही 

कुशीनगर । नवागत पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्र बुधवार को देर शाम पुलिस लाइन पहुचकर अपना कार्यभार ग्रहण किये। चार्ज संभालने के बाद उन्होंने अपने मातहतों से औपचारिक परिचय प्राप्त किया, तत्पश्चात कुशीनगर जनपद की भौगोलिक स्थिति, मूल समस्या व अपराध की प्रवृत्ति आदि की जानकारी हासिल की। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक सुबह कार्यालय पहुंच कर फरियादियों की सुनवाई की। पुलिस कार्यालय में तैनात सभी शाखाओं के प्रभारियों की बैठक ली। उन्हें निष्पक्षता व ईमानदारी के साथ करने व लंबित विवेचनाओं का शीघ्र निस्तारण करने के आदेश दिए। एसपी ने तल्ख लहजे में कहा कि जनपद के सभी पुलिसकर्मी निष्पक्षता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें, किसी तरह कि लापरवाही और अनुशासनहीनता बर्दाश्त नही की जायेगी।

वर्ष 2012 बैच के आईपीएस संतोष मिश्र गुरुवार को अपरान्ह मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करने व अपराधियों को खुला चुनौती देते हुए कहा कि गोली की भाषा समझने वालो से गोली से निपटा जायेगा। लाॅ एण्ड आर्डर का पालन हर किसी को करना होगा। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता कानून व्यवस्था की स्थिति को चुस्त – दुरुस्त बनाये रखना, महिला संबंधी अपराध पर अंकुश लगाना, शराब और गौ तस्करी के विरुद्ध ठोस कार्यवाही करना, यातायात , पीड़ित एंव गरीब को न्याय दिलाना व अपराधियों को सलाखों के पीछे भेजना है। उन्होंने पुलिसकर्मियों से आम लोगो के साथ बेहतर व्यवहार करने की नसीहत दी और कहा कि कानून का कड़ाई से पालन कराया जायेगा। मीडिया से रूबरू होने से पूर्व नवागत पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्र कलेक्ट्रेट पहुचकर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा से  औपचारिक मुलाकात की। 

इस अवसर पर अपर पुलिस अधीक्षक अभिनव त्यागी, रितेश कुमार सिंह, क्षेत्राधिकारी कसया कुन्दन सिंह , प्रतिसार निरीक्षक एवं पीआरओ आदि मौजूद रहे।

🔴 यूएस की 50 लाख की छोडी नौकरी 

पडोसी राज्य बिहार के राजधानी पटना के रहने वाले संतोष मिश्र वर्ष 2011 में यूएस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़ देश व समाज के लिए कुछ करने की ठानी। उन्होंने 50 लाख रुपये सलाना का पैकेज छोड़कर सिविल सर्विस की तैयारी की और फर्स्ट अटेंप्ट में ही वर्ष 2012 मे देश के सबसे बड़े एग्जाम को पास आउट कर लिया। उनकी पहली पोस्टिंग अमरोहा जिले में हुई, जबकि दूसरी पोस्टिंग यूपी के अंबेडकर नगर जिले मे बतौर एसपी के तौर पर हुई थी। 

🔴 देश सेवा की भावना विरासत मे मिली

आईपीएस संतोष मिश्रा को समाज व देश सेवा की भावना विरासत मे मिली है उनके पिता लक्ष्मण मिश्रा आर्मी से रिटायर्ड हैं। मां गृहण हैं। उन्होंने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की पढ़ाई पटना से करने के बाद पुणे यूनिवर्सिटी से मकैनिकल इंजीनियरिंग 2004 में कंप्लीट की। इसके बाद उनका चयन यूरोप की एक कंपनी में हो गया। 4 साल यूरोप में जॉब करने के बाद वह यूएस में जॉब शुरू किये। फिर करीब सात साल तक उन्होंने न्यूयॉर्क, यूरोप और इंडिया में 50 लाख के सालाना पैकेज पर काम किया, लेकिन वहां उनका मन नहीं लगा और पिता से विरासत मे मिली देश सेवा की भावना से ओतप्रोत होकर वर्ष 2011 में न्यूयॉर्क की जॉब छोड़कर वापस हिन्दुस्तान आ गये और सिविल सर्विसेज की एक साल तैयारी करने के बाद सिविल सर्विस का एग्जाम दिया और 2012 में देश के सबसे बड़े एग्जाम को पास कर लिया।”

🔵 रिपोर्ट – संजय चाणक्य 

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