स्मार्ट मीटर के खिलाफ समाजसेवी रविन्द्रनाथ सिंह चिन्टू ने दिया धरना
रिपोर्ट अमरदीप नारायण प्रसाद
समस्तीपुर। समस्तीपुर लोकसभा अन्तर्गत हायाघाट प्रखण्ड मुख्यालय पर बिहार प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के आह्वान पर मंगलवार को राजद कार्यकर्ताओं ने धरना दिया। जहाँ बिहार के जाने माने समाजसेवी रविन्द्रनाथ सिंह चिन्टू ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार के द्वारा जबरन स्मार्ट मीटर बिहारवासियों कों थोपा जा रहा है, जो ये गरीबों के हित में नहीं है। उन्होंने कहा सरकार मूलभूत समस्याओं को छोड़कर स्मार्ट मीटर लगाने पर क्यों परेशान है, जबकि विद्युत आपूर्ति भी घंटे घंटों तक बाधित रहा करती है, और जनमानस को जितना बिजली आपूर्ति होना चाहिए उतना हो नहीं पा रहा है। और जो लोग बिजली मीटर रीडिंग में काम कर रहे हैं उन्हें भी बेरोजगारी का दंश झेलना पड़ेगा, वहीं गरीब गुरबो को इस स्मार्ट प्रीपेड मीटर से अवैध वसूली के साथ साथ रिचार्ज में घनघोर परेशानी होगी, तथा निजीकरण का दौर पूरे राज्य व विकास के लिए बेहद खतरनाक है, प्रीपेड स्मार्ट मीटर बड़े पूंजीपतियों को फायदा दिलाने के लिए लाया गया है। चिन्टू सिंह ने कहा बिहार के किसान ऐसे ही कर्ज में डुबा हुआ है, उसमें ये स्मार्ट मीटर बोझ बन रहा है, ये भ्रष्टाचार से पूर्ण रूपेण लिप्त मामला दिखाई दे रहा। एक तरफ हर परिवार पर खुद अपना जीवन यापन करनें के लिए बोझ बना हुआ है, तो दूसरी ओर सरकार स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाकर बिहार के बिजली उपभोक्ताओं का बोझ बढ़ाने की काम कर रही है, बिहार सरकार की यह नीति स्पष्ट रूप से जनविरोधी नीतियों में आती है, जिसका भुक्तभोगी आज के दौर में स्मार्ट मीटर के उपभोक्ता हो रहे हैं, बिहार कि आमजन सरकार के इस रवैए से त्रस्त हो रहे हैं। जो घर घर स्मार्ट मीटर लगाकर निजी कंपनियों कों फायदा पहुंचाने का काम कर रही है। वहीं राजद नेताओं ने एक स्वर में कहा बिहार सरकार बिहार के बिजली उपभोक्ताओं को परेशान करनें वालें नितियों में बदलाव करें और तत्काल प्रभाव से स्मार्ट मीटर योजना कों वापस ले, नहीं तों राष्ट्रीय जनता दल का एक-एक कार्यकर्ता प्रखंड स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक चरणबद्ध आंदोलन करेगा। धरना के बाद समाजसेवी रविन्द्रनाथ सिंह चिन्टू ने राजद प्रतिनिधिमण्डल के साथ प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। जिस ज्ञापन में कहा गया बिहार सरकार ने 2019 से गांव में स्मार्ट मीटर लगाने की प्रक्रिया शुरू की थी, जो लगातार जारी है। पुराने मीटर के तुलना में स्मार्ट मीटर से बढ़ा हुआ बिल उपभोक्ता के पास आ रहा है। इस प्रक्रिया में क्रमशः अडानी एनर्जी सौल्युशन प्रा. लि.और नागार्जुन कम्पनी शामिल है। स्मार्ट मीटर के नाम पर उपभोक्ताओं से मोटी रकम वसूली की जा रही है, जिसमें राज्य सरकार उनकी सहायता कर रही है। गरीब परिवारों को बिजली काटी जा रही है। बिहार में स्मार्ट मीटर लागू करने से अभी तक किसी भी स्टेक होल्डर से मशवरा नहीं किया गया है, क्योंकि सरकार भी मुनाफे की लाभार्थी है। प्रजातांत्रिक व्यवस्था में यदि मुख्यमंत्री ही प्राईवेट कम्पनियों के साथ मिल जाए, तो आमजनों का त्राहिमाम होना स्वाभाविक है। ज्ञापन सौंपते हुए प्रतिनिधि मण्डल नं स्मार्ट मीटर पर रोक लगाने की मांग रखा। मौके पर समाजसेवी रविन्द्रनाथ सिंह चिन्टू, राजद अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष कुमार गौरव, प्रखण्ड उप प्रमुख आसिफ अली, निरज कुमार यादव, मनोज लाल देव, गोपाल लाल देव, राजीव कुशवाहा समेत सैकड़ों लोग धरना में शामिल थे।