राजनीति विज्ञान विभाग में सहायक आचार्य डॉ. रंजीत कुमार राम, बीएचयू के राजनीतिक विज्ञान विभाग के प्रो. कौशल किशोर मिश्रा एवं रतन टाटा के निधन पर शोक सभा का हुआ आयोजन।
डॉ. रंजीत कुमार राम, सहायक आचार्य, राजनीति विज्ञान विभाग, उमा पांडे कॉलेज, पूसा के असामयिक निधन से राजनीति विज्ञान के छात्रों, शिक्षकों व शुभचिंतकों में शोक की लहर
लनामिवि दरभंगा:- आज दिनांक 15 अक्टूबर 2024 को विश्वविद्यालय राजनीति विज्ञान विभाग के कौटिल्य कक्ष में विभागाध्यक्ष प्रो० मुनेश्वर यादव की अध्यक्षता में सहायक आचार्य डॉ. रंजीत कुमार राम, बीएचयू के राजनीति विज्ञान विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष सह सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. कौशल किशोर मिश्रा एवं देश के जाने-माने उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर शोकसभा आयोजित की गई।
अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में विभागाध्यक्ष प्रो. मुनेश्वर यादव ने कहा कि विश्वविद्यालय के लिए डॉ. रंजीत कुमार राम का जाना अपूरणीय क्षति है। इसकी भरपाई करना असंभव है। वे विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं में बेहतर राजनीति समन्वय स्थापित करने का हरसंभव प्रयास किया। उन्होंने सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर भी बेहतर सामाज बनाने के लिए काफी प्रयास किया।
मिथिला विश्वविद्यालय के उप-परीक्षा नियंत्रक (तकनीकी व व्यावसायिक शिक्षा) डॉ. मनोज कुमार ने कहा कि काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में राजनीति विज्ञान के प्रो. कौशल किशोर मिश्रा हमारे गुरु एवं मार्गदर्शक थे। उनके साथ बिताए गए हर पल राजनीति, शिक्षा और समाज से संबंधित चर्चा पर केंद्रित हुआ करती थी। उन्होंने हमें किताबी ज्ञान से इतर व्यावहारिक ज्ञान सीखाने का हरसंभव प्रयास किया। वे एक अमूल्य धरोहर है। वे सरल, सौम्य, वास्तविक रूप से काशी की संस्कृति को जीने वाले असाधारण व्यक्ति थे। वे शिक्षा के क्षेत्र में काफी सक्रिय थे। वे 2015 में वाराणसी में आयोजित अखिल भारतीय राजनीति विज्ञान संघ के वार्षिक अधिवेशन के आयोजन के सचिव थे। साथ ही युवा प्राध्यापक डॉ. रंजीत कुमार राम के आकस्मिक निधन से राजनीति विज्ञान विभाग और समाज मर्माहत है। वे एक विद्वान शिक्षक के साथ-साथ समाजसेवी और मानवतावादी सोच के शख्स थे। उनके चिंतन में समाज के निचले पायदान की उन्नति थी।
विभाग के वरीय शिक्षक डॉ. मुकुल बिहारी वर्मा ने कहा रत्न टाटा देश के सबसे बड़े व सबसे विश्वसनीय उद्योगपति में से एक थे। उनका सामान देश के सबसे ग़रीब आदमी से लेकर विश्व के सबसे बड़े निर्माण कार्य के लिए उपयोग किया गया है। पूरी दुनिया टाटा के योगदान को जानती और मानती है। आजादी के समय से लेकर अब तक जो योगदान टाटा समूह का इस देश के लिए है वह इस देश के लिए नहीं पूरी दुनिया के लिए मिसाल है।
वहीं मौके उपस्थित शिक्षक रघुवीर कुमार रंजन ने कहा रंजीत कुमार राम एक बेहतर राजनीति विश्लेषक थे। उन्होंने अपनी जिंदगी के कम समय में भी राजनीति के लिए अमूल्य योगदान दिया है। कार्यक्रम में सैकड़ों शोधार्थी व शिक्षक उपस्थित थे।