देश – स्थानीय के साथ आरपीएफ और जीआरपी के समन्वय पर जोर, 10 साल के डेटा बेस पर मिलकर करेंगे कार्यवाही – #NA
Ghaziabad News :
देश के विभिन्न हिस्सों में घटित हो रही रेल ट्रैक तोड़फोड़ और अवरोध डालकर ट्रेन पलटने की कोशिशों के मद्देनजर गाजियाबाद में बड़ी बैठक का आयोजन किया। बैठक में स्थानीय पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने रेल ट्रैक की सुरक्षा के संयुक्त प्रयासों की संभावनाएं तलाशीं और उन पर काम करने के लिए एसओपी बनाने का निर्णय लिया ताकि रेलवे ट्रैक की सुरक्षा प्रभावी रूप से की जा सके। इसके लिए 10 वर्षों के डेटा बेस पर काम करने की सहमति गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस, आरपीएफ और जीआरपी के बीच बनी है।
आरपीएफ और जीआरपी के बड़े अधिकारी रहे मौजूद
गाजियाबाद रिजर्व पुलिस लाइन के सभागार में आरपीएफ और जीआरपी के साथ गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस की समन्वय बैठक की अध्यक्षता एडीसीपी (क्राइम एवं हैड क्वार्टर) दिनेश कुमार पी. ने की। बैठक में सीनियर डिविजनल सिक्योरिटी कमिश्नर (आरपीएफ) नई दिल्ली- एस. सुधाकर असिस्टेंट सिक्योरिटी कमिश्नर (आरपीएफ) गाजियाबाद- शंकर सिंह गर्ब्याल एवं जीआरपी (मुरादाबाद मंडल) पुलिस अधीक्षक आशुतोष शुक्ला और क्षेत्राधिकारी गाजियाबाद (जीआरपी) सुदेश गुप्ता शामिल रहे।
देश में रेल पटरियों पर साजिश के मामले बढ़े हैं
देश भर में रेल की पटरियों से छेड़छाड़ के मामले बढ़े हैं। लगातार कई दिनों से ऐसे राष्ट्र विरोधी मामले सामने आ रहे हैं। एक महीने में ही ट्रेन पलटने की साजिश के चार मामलों का खुलासा हो चुका है। 18 सितंबर को रामपुर में बिलासपुर और रूद्रपुर सिटी रेलवे स्टेशन के बीच रेल की पटरी पर छह मीटर लंबा लोहे खंभा मिला था। नैनी जन शताब्दी के चालक ने इमरजेंसी ब्रेक लेकर एक बड़ा हादसा होने से बचा लिया था।
गाजियाबाद कमिश्नरेट पुलिस के ये अधिकारी भी रहे मौजूद
बैठक में एडीसीपी (कानून- व्यवस्था) कल्पना सक्सेना, डीसीपी सिटी राजेश कुमार, डीसीपी ट्रांस हिंडन निमिष पाटिल और डीसीपी रूरल सुरेंद्र नाथ तिवारी समेत समस्त एसीपी भी मौजूद रहे। समन्वय बैठक में रेलवे ट्रैक पर अवरोध पत्थरबाजी, रन ओवर आदि की घटनाओं पर कार्यवाही के लिए इन बिंदुओं पर पर आपसी सहयोग की बात हुई।
संयुक्त कार्यवाही के लिए तय हुए बिंदु
➤ कमिश्नरेट गाजियाबाद पलिस, आरपीएफ और जीआरपी संयुक्त रूप से सर्वे करके रेलवे ट्रैक एवं उसके आस-पास संवेदनशील स्थानों मैपिंग कर हॉटस्पॉट का चिन्हित करेंगे। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा हेतु समन्वय के साथ प्रभावी पेट्रोलिंग की जाएगी।
➤रेलवे लाइन व आस-पास रहने वाले व्यक्तियों / झुग्गी – झोपड़ियों के निवासियों का सत्यापन होगा।
➤ रेलवे से संबंधित अपराथ जैसे रेलवे ट्रैक अवरोध पत्थरबाजी लूट / चोरी आदि करने वाले अपराथियों और गैंगस्टर्स की जानकारी एक-दूसरे से साझा का उन पर प्रभावी कार्यवाही की जाएगी।
➤ विगत 10 वषों में रेलवे से संबंधित अपराथों एवं उनके घटना स्थलों से संबंधित की जानकारी साझा करते हुए हॉटस्पॉट चिन्हित किए जाएंगे।
➤ बेहतर कोऑर्डिनेशन के लिए सहायक पुलिस आयुक्त और थाना प्रभारियों का एक संयुक्त व्हाट्सएप ग्रुप बनाते हुए नियमित रूप से सूचनाओं का आदान – प्रदान किया जाएगा।
➤ रेलवे स्टेशनों एवं आसपास के सीसीटीवी कैमरों की प्रोपर चैकिंग की जाएगी। सभी सीसीटीवी एक्टिव और जहां सीसीटीवी की जरूरत हो, वह स्थान भी चिन्हित किए जाएंगे। जहां भी रेलवे ट्रैक के पास आबादी वाले क्षेत्र हैं वहां सीसीटीवी आवश्यक रूप से होने चाहिएं।
➤ कोई भी रेल हादसा होने पर निर्धारित प्रक्रिया का पालन करते हुए नागरिक पुलिस, आरपीएफ और जीआरपी आपस में समन्वय स्थापित कर सहयोग करेंगे।
➤ असामाजिक तत्वों पर निरंतर सतर्क दृष्टि रखने के लिए एक प्रभावी सूचना तंत्र विकसित किया जाएगा।
➤ एसीपी स्तर पर नियमित अंतराल पर समन्वय बैठकों का आयोजन आवश्यक है। आपसी समन्वय से रेल ट्रैक की सुरक्षा हेतु विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाएगी।
➤ रेल ट्रैक की सुरक्षा हेतु आरपीएफ, जीआरपी और स्थानीय पुलिस एसओपी (मानक संचालन प्रक्रिया) तैयार करेंगे।
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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम
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