यूपी – Mainpuri: भोगांव तहसील कोर्ट में तैनात प्राइवेट कर्मचारी ले रहा था रिश्वत, विजिलेंस टीम ने किया गिरफ्तार – INA
मैनपुरी की भोगांव तहसील में गांव गौशलपुर गहियर के एक भूखंड के दाखिल खारिज के मामले को लेकर भ्रष्टाचार निरोधक सेल आगरा की टीम ने तहसीलदार न्यायालय में छापा मारकर एक प्राइवेट कर्मचारी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। टीम पकड़े गए प्राइवेट कर्मी को लेकर मैनपुरी की ओर रवाना हो गई। भ्रष्टाचार निरोधक टीम के छापे से तहसील में हड़कंप मच गया। तहसील में कार्यरत प्राइवेट कर्मचारी तहसील से गायब हो गए।
मामला ग्राम गोशलपुर गहियर का है। यहां की रहने वालीं पिंकी मिश्रा पत्नी गोपाल का दाखिल खारिज को लेकर एक वाद चल रहा है। इस जमीन का रामदास पुत्र पंडित भोगीलाल ने बैनामा 27 दिसंबर 2022 को पिंकी मिश्रा पत्नी गोपाल मिश्रा के नाम किया था। मामले में लेनदेन को लेकर विवाद हो जाने पर विक्रेता रामदास ने भूखंड के दाखिल खारिज को लेकर अपनी आपत्ति अधिवक्ता के माध्यम से तहसीलदार न्यायालय में दाखिल की थी। दाखिल खारिज का वाद लंबे समय तक लंबित रहने पर तथाकथित रूप से कोर्ट में बैठने वाले प्राइवेट कर्मचारी ने दाखिल खारिज के नाम पर सुविधा शुल्क की मांग की। जिस पर पिंकी मिश्रा ने तहसील सम्पूर्ण समाधान दिवस में शिकायत की थी।
पिंकी की शिकायत पर दाखिल खारिज नहीं हो सका तो उसने तंग आकर मामले में भ्रष्टाचार निरोधक सेल आगरा से की। इस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने शुक्रवार को सुबह 11:00 बजे तहसीलदार न्यायालय में छापा मारा और प्राइवेट कर्मचारी हरी सिंह को 5000 रुपए लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। भ्रष्टाचार निरोधक टीम ने कोर्ट के पेशकार से भी लगभग आधा घंटे तक इस संबंध में पूछताछ की। टीम ने पूरे मामले की जानकारी एसडीएम संध्या शर्मा और तहसीलदार कमलेश कुमार को भी दी। टीम हरी सिंह को लेकर मैनपुरी की ओर रवाना हो गई है।