चिकित्सक की लापरवाही से प्रसूता की हुई मौत के मामले मे अब तक नही हुई कोई कार्रवाई

🔵कुरमौल स्थित अभिषेक हास्पिटल मे चिकित्सक के लापरवाही से हुई मौत का मामला 

🔴 मैनेज का खेल, कार्रवाई सिफर

🔴  संजय चाणक्य 

कुशीनगर । जनपद के पडरौना कोतवाली क्षेत्र के कुरमौल स्थित अवैध रूप से संचालित अभिषेक हास्पिटल मे आपरेशन दौरान चिकित्सक की लापरवाही के कारण प्रसूता की हुई मौत के बाद अब तक स्वास्थ्य महकमा द्वारा कोई कार्रवाई नही किये जाने के कारण चर्चाओ का बाजार गर्म है। चर्चा है कि मामले को लाखो रुपये में मैनेज कर हास्पिटल व चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई की प्रक्रिया को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया है। इस खेल मे एमवाईसी से लगायत विभाग-ए-शहंशाह को शामिल होने की बात कही जा रही है। सच्चाई क्या है यह जांच के बाद ही स्पष्ट होगा। 

गौरतलब है कि रामधाम विशुनपुरा निवासिनी सवैया खातुन प्रसव पीड़ा से पीड़ित थी। सवैया की हालत देख सोमवार की शाम को परिजन  उसे प्रसव कराने के लिए कुरमौल स्थित अभिषेक हास्पिटल लेकर गये, जहां नार्मल प्रसव न होने की स्थिति में बिना डिग्रीधारी चिकित्सक द्वारा आपरेशन कर प्रसव करा दिया गया। ऐसा परिजनो व घटना के दिन मौके पर मौजूद लोगो का कहना है। नतीजतन अयोग्य चिकित्सक की लापरवाही के कारण आपरेशन के कुछ देर बाद प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी। यह देख अभिषेक हास्पिटल के संचालक ने प्रसूता सवैया खातून को आनन-फानन में मेडिकल कालेज रेफर कर दिया।

🔴 और रास्ते मे मौत हो गयी

 बताया जाता है कि परिजनो द्वारा पीडिता को मेडिकल कॉलेज ले जाते समय रास्ते में प्रसूता की मृत्यु हो गई। परिजनों के अनुसार प्रसूता का मायका मंसाछापर बाजार में है। नजदीक के वजह से प्रसव के दरम्यान परेशानी होने पर उसे कुरमौल स्थित अभिषेक हास्पिटल   में भर्ती कराया गया, लेकिन अयोग्य चिकित्सक की लापरवाही ने सवैया को मौत की नींद सुला दिया हालाकि बच्चा जीवित व स्वास्थ्य है। 

🔴चिकित्सक की लापरवाही ने बच्चो कर दिया अनाथ

बतादे कि कि मृतका सवैया की एक 7 वर्ष की लड़की है। परिजनों  का कहना है कि सवैया को काफी दिनों बाद बच्चा पैदा होने की स्थिति बनी थी किन्तु अफसोस चिकित्सक की लापरवाही ने प्रसूता को असमय काल के गाल मे भेज नवजात शिशु व सात वर्षीय पुत्री को अनाथ बना दिया। 

🔴 अस्पताल पर हंगामा 

कहना न होगा कि प्रसूता की मौत के बाद परिजन अभिषेक हास्पिटल पहुचे जहां जमकर बवाल काटा। अस्पताल संचालक और परिजनों के बीच तू-तू, मै-मै के बाद काफी देर तक बहसबाजी हुई। प्रत्यक्षदर्शियों की माने तो मामला बिगड़ता देख अस्पताल संचालक ने परिजनो को मैनेज करना शुरू कर दिया। काफी मान-मनौब्बल के बाद किसी तरह से मामला मैनेज हुआ। प्रत्यक्षदर्शी यह भी बताते है कि घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुचे पत्रकार व यूट्यूबरो को भी संचालक ने मैनेज करने का प्रयास किया।

🔴आपरेशन करने का अधिकार नही

परिजनो द्वारा अस्पताल पर हंगामा करने के बाद इसकी जानकारी जब कुबेरस्थान एमओआईसी को हुई तो वह मौके पर पहुचे। जांच के दौरान सेवक छपरा निवासी फुलवंती देवी पत्नी हीरालाल प्रसव आपरेशन तथा बड़वा छापर निवासी नाजिदा पुत्री सैफुद्दीन  पथरी के आपरेशन के बाद वहां पड़े हुए थे। एमओआईसी धीरेन्द्र सिंह ने उसे अनुचित बताते हुए कहा की अभिषेक अस्पताल, कुरमौल को आपरेशन करने का अधिकार नहीं है इसकी सूचना चिकित्सा विभाग के उच्च अधिकारियों को दे दी गई है। अग्रिम आदेश के बाद कार्यवाही की जाएगी। इधर अभिषेक हास्पिटल व चिकित्सक पर अब तक कार्रवाई न होने के कारण यह चर्चा जोरो पर है कि मामला लाखो रुपये में मैनेज कर लिया गया है। इस चर्चा मे कितनी सच्चाई है यह तो जांच का विषय है लेकिन आपरेशन के लिए अधिकृत न होने के बावजूद अभिषेक हास्पिटल मे हो रहे आपरेशन और मरीजों के जिन्दगी से किया जा खिलवाड़ क बाद भी अब तक विभाग द्वारा कार्रवाई नही किया जाना कही न कही बाजार मे हो रही चर्चाओ पर सोचने के लिए विवश करता है।

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