सेहत – बढ़ती गर्मी और बदलते मौसम में बढ़ जाती हैं स्कीन प्राब्लम, यहां एक्सपर्ट से जानें बचाव का तरीका-Skin problems increase due to increasing heat and changing weather, know the method of prevention from experts here

पूर्णिया : जब इंसान जिम जाता हो या बागवानी करता हो या तैराकी करता हो या कैंपिंग या आउटडोर खेल खेलते हो या अन्य कहीं गतिविधियों का आनंद लेते हो या सड़क मार्ग पर पैदल चलता हो या अपने काम ऑफिस दफ्तर के लिए तेज धूप और बरसात में निकलना पड़ता है. इस कारण लोगों की त्वचा पर जमी पसीना की बूंदों से स्किन डिजीज की समस्या बढ़ जाती और ऐसे में लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है. लेकिन आप कुछ इन उपायों को अपनाकर समस्याओं से छुटकारा पा सकते हैं.

सूर्य की तेज रोशनी से त्वचा को होता नुकसान
पूर्णिया के जीएमसीएच अस्पताल के डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर प्रेरणा झा ने Local 18 से बताया कि गर्मियों के समय सूर्य की तेज रोशनी से त्वचा को नुकसान हो सकता है. ऐसे में तेज धूप पड़ने के बाद लोगों के त्वचा की कोई नमी खत्म हो जाती है. उन्होंने कहा गर्मियों में त्वचा के देखभाल जरूर करना चाहिए. जिससे हमें त्वचा संबंधी बीमारी का डर भी नहीं रहता. हालांकि वो कहती हैं कि थोड़ा सा प्रयास आपकी त्वचा की सुरक्षा के लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है.

गर्मी में इन सभी बातों का रखे खास ध्यान
डॉ. प्रेरणा झा कहती हैं कि गर्मी में अपनी त्वचा की सुरक्षा के लिए हम सभी को सबसे पहले अपने चेहरे और अन्य खुले भागों पर यहां तक की बादल वाले दिनों में भी एक अच्छे व्यापक स्पेक्ट्रम वाले जलरोधी सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग जरूर करें. इसे आप अपने होठों कानों के किनारों, घुटने के नीचे और पैरों के ऊपरी हिस्सों पर भी इसे लगाना ना भूले. हालांकि याद रहे की जब भी सनस्क्रीन लोशन का प्रयोग करें तो वैसे उत्पाद को खरीदे, जिसका एसएफ SpF यानी सूर्य से सुरक्षा कारक कम से कम 30% हो और प्रत्येक 2 घंटा के बाद इसे लगाये. धूप से बचाव वाले सूती और आरामदायक और ढीले कपड़े पहनें. हमेशा टोपी और धूप का चश्मा पहने. अधिकतम धूप वाले समय में घर के अंदर या ठंडी जगहों पर रहे.

गर्मी में निकला पसीना भी करता है इंफेक्शन
डॉक्टर प्रेरणा झा कहती हैं कि कभी-कभी लोग घर में और धूप में जब चलकर आते हैं तो उनकी त्वचा से निकलने वाला पसीना उनके कपड़ों को पूरी तरह से गीला कर देते हैं. कई लोग उन कपड़ों को तुरंत ना बदलकर अपने शरीर पर ही घंटों भर पहने रखते है. हालांकि इससे भी कई तरह के बैक्टीरिया इन्फेक्शन होने का खतरा बना रहता है, जिसका लोगों को दाद एवं खुजली और घमौरी समेत अन्य कई त्वचा जैसी समस्याएं होने लगती है. जिसमें लाल लाल पैच दिखने लगते हैं ऐसे में बच्चे हो या बुजुर्ग सबको खास ख्याल रखना जरूरी होता है.

गर्मियों मे ये साबुन होगा खतरनाक
गर्मी के मौसम में कुछ इंफेक्शन बढ़ जाते हैं. चाहे वो स्कूली बच्चे हो या बड़े हो अक्सर ये समस्याए होती हैं. ऐसे में खास तौर पर अपने शरीर की साफ सफाई कपड़े की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए. इसके साथ हमें गर्मी मे कम से कम दो बार ठंडी पानी में नहाना चाहिए. वो कहती हैं कि कई लोग हर बार नहाने मे अलग अलग साबुन का प्रयोग करते है. जो कि हमारी त्वचा के लिए बहुत घातक होता हैं. डॉ प्रेरणा झा कहती हैं कि जिस साबुन में एंटीसेप्टिक वाले गुण पाये जाते हैं वैसे साबुन को कभी भी भूलकर इस्तेमाल ना करें. ऐसे साबुन लगाने से आपकी त्वचा और भी ड्राई हो जाती है जिससे त्वचा संबंधी समस्या हो सकती हैं. जब भी आप साबुन का इस्तेमाल करें तो मॉइश्चराइजर वाला साबुन का प्रयोग करें. यह आपकी त्वचा के पीएच को डिस्टर्ब नही करेगा और आप आसानी से त्वचा की सुरक्षा कर सकते हैं. साथ ही साथ नहाते समय पानी में डेटॉल ना डालें, आप कपड़े धुलाई मे इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.


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