सेहत – दिन भर है बैठने का काम, सावधान रहें! एक नहीं, कई प्रकार के रोग हो सकते हैं, जिन्हें खड़ा करना भी मुश्किल हो सकता है

डेड बट सिंड्रोम:ऑफिस में लंबे समय तक कुर्सी पर बैठने के बाद गाड़ी से बैठकर ही घर आना और फिर घर में बैठकर भी जाना, ये सारा काम ऐसे होता है जैसे ज्यादातर समय लोगों के बैठने में होता है। लेकिन अगर आप ऐसा करते हैं तो इससे आप ग्रेडियल एमनेशिया की स्थिति में आ जाएंगे। इसे डेड बॅट सिंड्रोम भी कहा जाता है। मशहूर गोल्फर टाइगर वुड इस बीमारी के शिकार हो गए हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट मेयो स्टार्स स्पेशलिस्ट डॉ. जेन कोनिडिस का कहना है कि यह सुनने में बहुत ही साधारण लगता है लेकिन इसका असर बहुत गंभीर होता है।

एक नहीं कई चुनौती का शिकार
डॉ. जेन ने बताया कि ग्लूटियस हमारे शरीर की सबसे बड़ी मांसपेशी है और यह पेट की सबसे बड़ी मांसपेशियां है। यानी शरीर के हर तरह के उपकरण को तैयार किया जाता है। इससे पहले की आप कन्फ्यूज हो हम बताते हैं कि मैग्सियर मैक्सिमस मेडिकल टर्म है जो हिप यानी नितंब वाली मांसपेशिया है। उन्होंने कहा कि अगर यह सही से काम नहीं करेगा तो एक समस्या से कई तरह की परेशानियां सामने आ जाएंगी। पहले हेमस्ट्रिंग मसल्स रेज़िवेवेरियन। ये मसल्स कूल्हों से ठीक नीचे होते हैं। इसके बाद साइटिका ने फिर से शाइन स्प्लिंट होने में परेशानी होगी यानी तीर्थयात्रियों के नीचे की मांस पेशियां विश्राम वस्तु। इसके बाद अस्थमा में अर्थराइटिस होना बाकी है। यानी एक बीमारी खत्म नहीं हुई कि दूसरी शुरू हो गई।

क्या होता है मैग्नीशियम एमनेशिया

ग्रासियल एमनेशिया तब होता है जब पीछे की मांसपेशियां बहुत ख़राब होती हैं। जब पीछे के मिश्रण का प्रयोग कम होता है तब कुछ समय बाद ये मांसपेशियाँ भूल जाती हैं कि वह काम क्या कर रही है। यह भी कहा जाता है कि जिस चीज का आप इस्तेमाल नहीं करेंगे वह खराब हो जाएगा। कूल्हों की मांसपेशियां और पैर के हाथ की मांसपेशियां अलग-अलग होती हैं क्योंकि इसकी नसें अंदर दब जाती हैं। इसलिए अगर इसमें कुछ होता है तो कठिनन बमुश्किल ही महसूस होता है। इसका कारण यह है कि कुछ लोगों को समय-समय पर दर्द महसूस हो सकता है, लेकिन ज्यादातर लोगों को तब तक कोई दर्द महसूस नहीं होता जब तक वे पैदल या लंबी पैदल यात्रा के लिए नहीं जाते। डॉ. जेन ने बताया कि अगर आपके कूल्हे सच में मर गए तो उसके बाद बहुत मुश्किल होगी क्योंकि एक बार ऐसा आएगा जब आप भी नहीं हो पाएंगे।

कैसे ख़राब करें

डॉ. जेन कोनिडिस ने बताया कि ग्लूटियस आप खुद को सक्रिय रखता है लेकिन अगर आप लगातार बैठे रहेंगे तो यह अपना काम ही भूल जाएगा। ऐसे में हर 30 से 50 मिनट पर एक बार कुछ समय के लिए जरूर खड़े हो जाएं। इसके साथ ही आपके कूल्हों को थपथपाएं। इससे वहां की नसें एक्टिव होगी और दिमाग को यह संदेश पहुंचेगा कि यह अंग भी आपका ही है।


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