सेहत – अगली परीक्षा: पास करना होगा ये परीक्षा, साथ में ये शर्त भी, जरूरी आयु की डिग्री, हुआ फैसला
NExT परीक्षा नवीनतम अपडेट: आयुर्वेद सहित विभी अभिनव चिकित्सा पैथियों में बैचलर की पढ़ाई कर रहे छात्रों को अब डिग्री हासिल करने के लिए नेशनल एक्जिट टेस्ट मानक देना अनिवार्य कर दिया गया है। इस परीक्षा में पास के बाद ही कोई भी छात्र-छात्रा या सहायक रजि-सितारा में नामांकन करा सकता है या लाइसेंस प्राप्त कर सकता है और आयु वर्ग की डिग्री ले सकता है। हालांकि स्टूडेंट्स की ओर से मजबूत दावेदारी के लिए आयुष मंत्रालय की ओर से बनाई गई कमेटी की रिपोर्ट में तीन साल की देरी हो चुकी है और इसे लेकर केंद्रीय आयुष स्टूडेंट मंत्री प्रतापराव पेट्रोलियम ने बड़ा फैसला लिया है।
मंत्री ने कहा कि यह निर्णय इस मामले में छात्रों की मठ समिति की समीक्षा के लिए सेंटर में लिया गया है। खास बात यह है कि समिति ने 2021-22 के तहत अब एनसीआईएसएम और एनसीएच अधिनियम, 2020 के तहत छात्रवृत्ति सत्र में नामांकित छात्रों के लिए नेशनल एक्जिट टेस्ट (एनईएक्सटी-नेक्स्ट) लागू किया है।
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राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर के वाइस चांसलर प्रो. संजीव शर्मा की अध्यक्षता में बनी समिति ने छात्रों से प्राप्त सुझावों की समीक्षा की, जिसके बाद मंत्रालय ने बौद्ध धर्म प्रचारकों को मंजूरी दे दी, जिन पर अब निर्णय लिया गया है।
बता दें कि आयुर्वेद सहित किसी भी चिकित्सक को बैचलर की पढ़ाई करने के बाद अंतिम वर्ष में या उसके एक साल की इंटर्नशिप पूरी करने के बाद लाइसेंस और राज्य या राष्ट्रीय रजिस्टर में नामांकन के लिए यह परीक्षा अनिवार्य है। उसी वर्ष छात्रों को आयुष की डिग्री प्राप्त होगी। इस समस्या-आधारित परीक्षा में व्यावहारिक कौशल का आकलन करने के लिए नैदानिक मामले के परिदृश्य, चित्र और वीडियो शामिल हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे छात्र अपनी इंटर्नशिप पूरी तरह से नहीं चाहते हैं, लेकिन नेशनल एक्जिट टेस्ट (नेक्स्ट) को इंटर्नशिप कर चुके हैं, वे एक साल की इंटर्नशिप पूरी करने के बाद ही राज्य या राष्ट्रीय पंजीकरण बोर्ड में पंजीकरण के लिए पात्र होंगे, इससे पहले नहीं. ऐसे में छात्रों के लिए एक साल की इंटर्नशिप के साथ यह परीक्षा पास करना अब जरूरी होगा।
संदेह है कि इस समिति के गठन का आदेश 12 अगस्त 2024 को जारी हुआ था और इस समिति के गठन के आदेश के एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट दी गई थी। समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को दे दी है। इसके बाद छात्रों के लिए स्टार्ट-अप सत्र 2021-22 के लिए फ़्रैटमार्केट परीक्षा आयोजित की जाएगी और उसके बाद से इसे लागू करने का निर्णय लिया गया है।
पहले प्रकाशित : 6 सितंबर, 2024, 18:51 IST
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