सेहत – स्वाइन फ्लू के प्रकोप को लेकर खंडवा स्वास्थ्य विभाग अलर्ट पर, जानिए इसका इतिहास और लक्षण

खंडवा: खंडवा में स्वाइन फ्लू ने स्टॉक होल्ड ली है, जिससे स्वास्थ्य विभाग की संभावना बनी रहती है। खंडवा में स्वाइन फ्लू के 2 मरीज भी मिले हैं. मान्यता है कि कई प्राचीन काल में पहले सुअर, पक्षी से लेकर मानव शरीर में स्थान मिला था, जो अब वापस लौट आया है, लेकिन अब मानव से मानव हो रहा है। 2015 में यह वायरस भारत में लॉन्च किया गया था, जो अब फिर से सक्रिय हो गया है। बता दें कि स्वाइन फ्लू इन्फ्लूएंजा वायरस एक प्रकार का कारण होता है, जो आमतौर पर केवल सूअरों को ही होता है।

स्वाइन फ्लू का संक्रमण और उसकी प्रकृति
टाइफस के विपरीत, जो जून या टिक्स द्वारा पाया जा सकता है, संक्रमण आम तौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में होता है, न कि कोई जानवर दूसरे व्यक्ति में होता है। प्रदेश में इन दिनों स्वाइन फ्लू का खतरा लगातार जारी है। इस बीच खबर सामने आ रही है कि भिलाई-3 के पदुमनगर एन 1 एच 1 में स्वाइन फ्लू के एक मामले की पुष्टि हुई है। स्वाइन फ़्लू एक प्रकार का इन्फ्लूएंजा वायरस है, जिसे H1N1 वायरस भी कहा जाता है। वर्ष 2009 के फ़्लू सीज़न (स्वाइन फ़्लू) में पहली बार H1N1 इन्फ्लूएंजा वायरस फैला। प्रारंभिक मामला मेक्सिको में पाया गया।

स्वाइन फ्लू का इतिहास और प्रभाव
बाद में पता चला कि H1N1 इन्फ्लूएंजा वायरस का ऐसा प्रकार है, जो सूअर और कुछ पक्षियों में ही था। नग्न से इंसानों में फैलाया. वर्ष 2009 में WHO ने पहली बार स्वाइन फ़्लू को महामारी यानि महामारी घोषित किया। उस साल अकेले दुनिया भर में H1N1 वायरस से 248400 लोगों की मौत हो गई। 2010 में महामारी ख़त्म हो गयी. हालांकि इसके बाद भी हर साल हजारों लोग वायरस की चपेट में आ रहे हैं.

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मानव से मानव में संक्रमण का संक्रमण
साल 2009 में जब पहली बार H1N1 वायरस इंसानों से मिला, तब कुछ नमूनों ने कहा कि इसके पीछे सूअर जिम्मेदार हैं. हालाँकि, बाद में पता चला कि यह वायरस इंसानों से भी इंसानों में घुल जाता है, खासतौर पर सांस लेने, सांस लेने और करीब से सांस लेने से। स्वाइन फ्लू के लक्षण सामान्य बुखार जैसे होते हैं, जैसे- सर्दी, खांसी, सिरदर्द, गले में खराश, बदन दर्द और सांस लेने में तकलीफ। डॉ. योगे शर्मा लोकल 18 से कहा गया है कि कई मामलों में इंफेक्शन बढ़ने पर ब्रेन फेल्योर तक हो सकता है और मरीज की मौत भी हो सकती है। खंडवा में भी इसके 3 मरीज़ मिले हैं।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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