सेहत – गारंटी में कितना चावल खाना चाहिए? जानें, लाल और भूरे चावल में कौन हैं सबसे सफेद अवशेष

चावल के प्रकार और उनके स्वास्थ्य लाभ: भारतीयों को चावल खाना बहुत पसंद है. यह किसी भी तरह की सब्जी के साथ खाने में मज़ेदार लगती है। अगर आप भी चावल के बहुत शौकीन हैं तो यह खबर आपके लिए है। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि आपको किस तरह का चावल खाना चाहिए। इसके अलावा यह भी जानना आवश्यक है कि सफेद चावल की दुकान है या नहीं, यदि नहीं तो इसके स्थान पर क्या नियुक्ति हो सकती है।

कौन से चावल की कितनी गोदाम
भारत में सबसे ज्यादा सफेद चावल खाया जाता है। इसमें भूरे और लाल चावल के समूह में स्टार्च और पोषक तत्त्व पाए जाते हैं। सफेद चावल के अधिक सेवन से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ सकता है। अगर कच्चे चावल खाने के शौकीन हैं तो ब्राउन और रेड को चुन सकते हैं। प्रचुर मात्रा में कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और पत्तियां पाई जाती हैं।

चावल किस प्रकार खाना चाहिए?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूडब्ल्यू आपत्तिजनक) के अनुसार, प्रति दिन 200-300 ग्राम (1-2 कप) पका हुआ चावल खाना सही है। भारतीय अनुसंधान चिकित्सा परिषद (वैज्ञानिक सांख्यिकी) के अनुसार, प्रति दिन 250-300 ग्राम कप (1.25-2 कप) किलो चावल खा सकते हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन (एएचए) के अनुसार, प्रति दिन 100-150 ग्राम (0.5-0.75 कप) चावल खाना सही है।

बासमती चावल
भारत में चावल की कई दुकानें हैं। बासमती चावल सबसे भारी और सबसे अधिक उत्पादक है जिसका उपयोग बिरयानी और पुलाव जैसे कई व्यंजनों में किया जाता है। दक्षिण भारत में सबसे अधिक सोना मसूरी और पोनी चावल का भंडार है। सोना मसूरी आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और कर्नाटक में बड़ी मात्रा में उगता है। पोनी राइस इफेक्ट होता है और इसका ज्यादातर यूज़ इडली और डोसा बैटर बनाया जाता है.

लाल, काला और भूरा चावल
लाल चावल केरल, असम और हिमालय के तलहटी राज्यों में पाया जाता है। यह पोषक तत्व से भरपूर होता है और पारंपरिक शैली में इसका उपयोग किया जाता है। इसके अलावा भारत में काला चावल भी होता है, जिसे बंदरों में शामिल किया जाता है। यहां के लोग इसे “चाखाओ” के रूप में जानते हैं। यह एंटीऑक्सीडेंट से परिपूर्ण होता है, जो यह विशेष कार्य करता है। वहीं ब्राउन राइस में थोड़ी अधिक कैलोरी होती है। हालाँकि, इसमें जड़ी-बूटियाँ, विटामिन और खनिज अधिक पाए जाते हैं, जो आपको लंबे समय तक ऊर्जा से भरपूर रखते हैं।


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