सेहत – इस आटे को अमृत से कम नहीं माना गया! व्रत में खाते हैं ज्यादातर लोग, रामबाण में सिगरेट पीने वाले
कुट्टू के आटे के फायदे: इस बार नवरात्रि का पर्व चल रहा है और बड़ी संख्या में लोग 9 दिनों तक व्रत लेकर मां दुर्गा की आराधना कर रहे हैं। जब लोग 9 दिन तक व्रत रखते हैं तो कई व्रत वाले व्रत का सेवन करते हैं, जिसमें एक कुट्टू का आटा भी होता है. इसे वॉकव्हीट और फॉक्सटेल मिलेट भी कहा जाता है। व्रत के दौरान यह आटा ज्यादातर लोग खाते हैं, लेकिन जानकार यह भी जानते हैं कि यह आटा आपके लिए आटा से कम नहीं है। आटे की जगह अगर कुट्टू का आटा इस्तेमाल किया जाए, तो सेहत को कई गजब के फायदे मिल सकते हैं।
नई दिल्ली के MASSH सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के रेजिडेंट डॉक्टर। साफिया लिविंगस्टन ने News18 को बताया कुट्टू के गुणों में अच्छी मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और कार्बोहाइड्रेट होते हैं। इससे शरीर को ऊर्जावान ऊर्जा मिलती है और लोगों को कई घंटे तक भूख नहीं लगती है। कुट्टू का आटा आयरन, कैल्शियम और मोर्टार जैसे धातुओं की तुलना में होता है। हड्डियों की सेहत और ब्लड फ्लो बेहतर होता है। कुट्टू का आटा शाकाहारी लोगों के लिए एक बेहतरीन प्रोटीनयुक्त प्रोटीन है। व्रत के अलावा इस आटे का सेवन भी स्वादिष्ट हो सकता है.
इनसाइटशियन ने बताया कि कुट्टू का आटा खाने से ब्लोटिंग से राहत मिल सकती है। व्रत के दौरान ज्यादातर लोगों को ब्लोटिंग की समस्या होती है और व्रत के दौरान ब्लोटिंग से छुटकारा मिलता है। प्रोटीन से भरपूर होने के कारण कुट्टू का आटा लंबे समय तक शरीर को ऊर्जा से भरपूर रखता है। यह आटे के कुट्टू के मसाले से बना है और सेकी चॉकलेट मुफ्त मिलता है। कार्बोहाइड्रेट से भरपूर और ग्लूटेन मुक्त होने की वजह से यह आटा ब्लड शुगर को स्थिर रखने में मदद करता है। हाई रिले से रिलेटेड फ्लिपकार्ट में भी कुट्टू का आटा असरदार माना जा सकता है।
अब सवाल है कि व्रत में कुट्टू का आटा कैसे खाना चाहिए? इस प्रश्न पर डॉ. साफिया लिविंगस्टन ने कहा कि अगर आप व्रत नहीं रख रहे हैं तो फिर भी इस उपकरण का इस्तेमाल करना चाहिए। इसका ग्लाइसेमिक वैज्ञानिक कम होता है और इसमें सॉल्यूबल रेस्टॉरेंट होता है, जिसे पीने और पीने से आराम मिलता है, साथ ही दिल के स्वास्थ्य में भी सुधार हो सकता है। कुट्टू के अस्थमा में मरीज़ की मात्रा कम होती है, जिसकी वजह से किडनी रोग से पीड़ित व्यक्ति भी इस मरीज़ को खा सकता है। कुट्टू का आटा बाउल नाव को सुधारना और ढहने से राहत देना संभव है।
कुट्टू का आटा एक उत्पाद का हिस्सा हो सकता है। इसका कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है. इसका उपयोग हलवा, पराठा, पकौड़े और ढोलकला बनाने में किया जा सकता है. इसके सेवन से न केवल पेट भरता है, बल्कि यह ताजगी और फुलनेस का एहसास कराता है। कुट्टू के आहार का नियमित सेवन करने से कई पोषक तत्वों से राहत मिल सकती है और पोषक तत्वों की कमी दूर हो सकती है। वैसे तो कुट्टू का आटा ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है, लेकिन जिन लोगों को एलर्जी होती है, उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए। जो लोग वैकविट बनाने की प्रक्रिया में शामिल होते हैं, उन्हें अक्सर एलर्जी हो जाती है।
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पहले प्रकाशित : 4 अक्टूबर, 2024, 14:48 IST
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