सेहत – रोहतास में डेंगू का प्रकोप, तीन दिनों में चार नये मामले, स्वास्थ्य विभाग हाई अलर्ट पर

रोहतास:- जिले में पुनर्वित्त के मामले की बैठक का सिलसिला शुरू हो गया है। तीन दिनों में चेनारी, शिवसागर, नोखा और सासाराम में रेग्युएशन के चार नए मरीज मिले, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से बदलाव किया गया। जिन मठों में मरीज़ मिले हैं, वहां मच्छर रोधी औषधियों का संयोजन शुरू किया गया है। इसके अलावा, सदर अस्पताल और त्रिशूल अस्पताल में बनाए गए विशेष लेबल वार्ड को भी सक्रिय किया गया है। सभी बुनियादी ढांचे में सत्यापन की जांच का निर्देश जारी किया गया है।

सिविल इंजीनियर डॉ. मनी रंजन ने जानकारी दी कि चेनारी खंड के उरदा गांव, नोखा खंड के पेनार गांव, सासाराम के खिलनगंज, और शिवसागर खंड के गौतमपुर गांव में एक-एक धार्मिक खंड के दस्तावेज मिले हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इन क्षेत्रों में तत्काल लार्वा रोधी औषधि का निर्माण शुरू किया है।


लोगों को किया जा रहा साइंटिस्ट
डेमोक्रेसी जेनिट रोग नियंत्रण के प्रमुख गौरव कुमार और संगीत राय ने लोकल 18 को बताया कि जिन रिसर्च में रिकॉर्डेड मरीज मिले हैं, वहां टेमीफोस औषधि का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही, स्थानीय लोगों को सलाह दी जा रही है कि अपने आस-पास पानी जमा न करें। यदि पानी जमा हो, तो केरोसिन तेल या प्लास्टरिंग पाउडर का उपयोग करें, ताकि मच्छरों के तरल पदार्थ न मिलें। मच्छरों के लार्वा पर दवा छिड़क कर उन्हें उगाने से रोका जा रहा है।

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जिले में अभिलेखीय वास्तुशिल्पी
डॉ. मणिराज रंजन ने यह भी बताया कि जिले में अब तक आधे से ज्यादा लोगों के आंकड़े के आंकड़े पाए गए हैं। हालाँकि, एलीजा जांच के बाद चार शेयरों में रिकार्ड की पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि उपचार के दौरान सभी रोगी अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। सिविल एसोसिएशन ने यह सलाह दी है कि यदि किसी को तेज बुखार, पेट में दर्द या उल्टी जैसे लक्षण दिखाई दें तो वे तुरंत अपने सरकारी अस्पताल में मूल्यांकन की जांच करवाएं। रेटिंग से बचाव के लिए समय पर जांच और जांच जरूरी है। लोगों को मच्छरों से मुक्ति के उपाय करने और स्वच्छता पर ध्यान देने की आवश्यकता है, ताकि यह बीमारी मच्छरों से पाई जा सके।


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