सेहत – मरुआ का पौधा आयुर्वेदिक स्वास्थ्य लाभ वायरस मच्छरों से बचाता है SA
कुमार अमित/कर्मचारी: मरुआ का पौधा एक साधारण पौधा नहीं है। यह औषधीय गुणधर्म है. इसके पत्ते न केवल शारीरिक रूप से कमजोर जैसे समकक्षों में शामिल होते हैं, बल्कि मच्छरों को भी दूर तक बनाए रखने में प्रभावशाली होते हैं। यदि आप मरुआ के रिटेलर का वास शरीर पर करते हैं, तो यह शरीर में मौजूद वायरस को खत्म करने में मदद कर सकता है। यह पौधा प्राकृतिक उपचारों में अपनी जगह बनाता है और आयुर्वेद में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके नियमित उपयोग से स्वास्थ्य में सुधार की रोकथाम में वृद्धि होती है। इस प्रकार, मरुआ का पौधा न केवल आपकी सेहत के लिए हानिकारक है, बल्कि यह आपको वायरस और मच्छरों से भी सिखाता है। इसे अपने दैनिक जीवन में शामिल करके आप एक स्वस्थ और सुरक्षित जीवन जी सकते हैं।
क्या कहते हैं आयुर्वेदाचार्य?
पूर्वोत्तर जिले के मोहनपुर स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सा सांख्यिकी और पिछले 20 वर्षों से आयुर्वेद के क्षेत्र में आयुर्वेदिक आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर बालेश्वर शर्मा ने स्थानीय 18 से बात की। आयुर्वेदाचार्य डॉक्टर बाल शर्मा के अनुसार, मरुआ के फूल और पत्ते साधारण नहीं, बल्कि औषधीय गुणों से भरपूर हैं। डॉक्टर शर्मा ने बताया कि यह वेयरहाउस फिजिकल डिबेंचरी जारीकर्ताओं से राहत दिलाने में सहायक है।
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मरुआ के हाथी मच्छरों को भी बहुत दूर रहते हैं
इसके संस्थान के वैराइटी शरीर पर से शरीर में वायरस बाहर निकल जाते हैं। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि मरुआ के पतीले मच्छरों को भी दूर रखा गया है। डॉक्टर शर्मा ने इसे तुलसी के फलों के समान गुणकारी बताया और कहा कि यह स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है। उनका कहना है कि इस औषधि के नियमित उपयोग से स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से अपने घर पर तुलसी का पौधा लगाते हैं इस तरह से मरवा का भी पौधा लोग लगाते हैं तो वे काफी फायदेमंद हो सकते हैं।
पहले प्रकाशित : 21 अक्टूबर, 2024, 12:46 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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