सेहत – प्रोटीन, सब्जी और विटामिन की खान हैं ये छोटे-छोटे दाने, इसके हैं कई फायदे, आयुर्वेदिक चिकित्सक से जानें

अजमेर. छोटी-छोटी हरे रंग की दाल के दाने वाली मूंग खाने में बहुत स्वादिष्ट होती है. खाने के बाद यह दाल आसानी से पचने में मदद करती है। मूंग दाल एक प्रकार की दालहनी फसल मनी होती है। इसके दाने हरे रंग के व छिलके पर यह पीले रंग की हो जाती है। इसका स्वाद मीठा और कसाला होता है। मूंग दाल में पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह एक दीर्घकालिक आहार वाली दाल है। मूंग की दाल में प्रोटीन, स्ट्रॉबेरी, विटामिन और चिप्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।

मूंग दाल के फायदे
आयुर्वेद के अनुसार मूंग दाल एक लोकप्रिय दाल है। इसमें प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं। इसके सेवन से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं।

1. पाचन तंत्र को ठीक करना : मूंग दाल में कच्ची अच्छी मात्रा पाई जाती है। यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है।

2. वजन नियंत्रित करने में सहायक: मूंग दाल में कम कैलोरी और उच्च कड़वाहट होने के कारण यह वजन नियंत्रण में सहायक होता है।

3. हृदय को मजबूत बनाने में सहायक: मूंग दाल में कैल्शियम होते हैं, जो हृदय की सेहत को बनाए रखने में बहुत मदद करते हैं। इसके सेवन से दिल मजबूत होता है।

4. रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सक्षम: मूंग दाल में विटामिन और फ्लेवर होते हैं जो सामुदायिक प्रणाली को मजबूत बनाते हैं।

5. त्वचा के लिए आकर्षक : मूंग दाल के लगातार सेवन से त्वचा पर निखार आता है। कील मुंहासे की समस्याओं में यह दाल काफी उपयोगी है।

मूंग दाल का धार्मिक महत्व
पंडित विष्णु शास्त्री कहते हैं कि मूंग दाल भारतीय संस्कृति और परंपरा का हिस्सा बनी हुई है। मूंग दाल का हिंदू पूजा में विशेष रूप से उपयोग किया जाता है। प्रसाद के रूप में भी मूंग दाल की बिकिनी मिलती है। खासतौर पर त्योहारों और उत्सवों पर यह दाल काम में ली जाती है। मूंग दाल का सेवन व्रत में भी किया जा सकता है. इस दाल का सेवन साधना के लिए भी जाना जाता है। धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से मूंग दाल का सबसे बड़ा महत्व है।

अजमेर में है खेती
मूंग की खेती अजमेर में बहुत बड़ी मात्रा में होती है। अजमेर के कई किसान इसकी खेती आधुनिक तरीकों से करते हैं। यहां के व्यवसाय मूंग की खेती से लाखों रुपये की कमाई भी करते हैं। अजमेर में मूंग के बने पकौड़े भी खूब मशहूर हैं. मूंग की दाल से कई खाद्य पदार्थ भी बनते हैं।


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