सेहत – सेहत के लिए फायदेमंद श्री अन्न का सेवन, जानिए इसके खाने के फायदे

पुत्रभद्र: आज हम बात कर रहे हैं उस अद्भुत और पोषक तत्वों से भरपूर अनाज की, जिसे अनाज से खाया जा रहा है श्री अन्न या मिलेट्स। इस अनाज का सेवन करने से न केवल शरीर को आवश्यक पोषण मिलता है, बल्कि यह कई स्वास्थ्य समस्याओं से भी जुड़ा है। मिलेट्स की प्रमुखता के साथ-साथ यह अब एक सुपरफूड के रूप में चर्चा में है। आज हम जानेंगे कि कैसे मिलेट हमारी सेहत के लिए खतरनाक है और यह कैसे मिनरल में फिर से एक क्रांति का कारण बन रहा है।

श्री अन्न (मिलेट्स) क्या है?
श्री अन्न या मिलेट्स एक प्रकार का अनाज है, जिसमें कई सूक्ष्मजीव शामिल हैं। इनमे ज्वार (शर्बत), बाजरा, रागी (मडुआ), झंगोरा, बैरी, बंगी, कुटकी (लघु धान्य), कोदो, चेना (चीन), सामा या साँवा और जौ जैसी फसलें आती हैं। यह अनाज पोषण से भरपूर होता है और कई लक्ष्य सेव करता है।

मीट्स में जाने वाले पोषक तत्त्व पाए गए
मीट्स में कई पोषक तत्व होते हैं जो हमारी सेहत को बनाए रखने में मदद करते हैं। इनमे से प्रमुख हैं.

एमिनोएसिड: जो शरीर के विकास और देखभाल के लिए महत्वपूर्ण है।
फाइटोकेमिकल्स: एंटी-ऑक्सीडेंट के रूप में काम करते हैं और शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं।
प्रोटीन: बॉडी के आर्किटेक्चर के निर्माण में मदद मिलती है।
कैल्शियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम, आयरन: जो ज्वैलर्स की दुकानें और रक्त संचार को बनाए रखने में सहायक होते हैं।
गिन और बी-विटामिन: शरीर की ऊर्जा का स्तर बनाये रखा जाता है।

बाजरे के सेवन के फायदे
मीट को शामिल करने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं। आइये जानते हैं कुछ महत्वपूर्ण फायदे.

मोटापा और व्यायाम से मुक्ति: मिलेट्स ग्लूकोज़न-मुक्त होते हैं और उनके ग्लाइसेमिक घटक भी कम होते हैं, जिससे शरीर में ग्लूकोज़ का स्तर नियंत्रित रहता है। यह नियंत्रित करने में सहायक है।

पाचन में मदद: मिलेट्स में उच्च मात्रा में डायटरी विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं, जो पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं।

शरीर की प्रतिरक्षा क्षमता: कोरोना महामारी के बाद, मिलेट्स को एक सुपरफूड के रूप में खारिज कर दिया गया है क्योंकि यह शरीर की प्रतिरक्षा को मजबूत करता है।

अस्ट्रिडिटी और अम्लता को दूर करना: बाजरे का सेवन अम्लता और एसिडिटी को कम करता है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याओं से राहत मिलती है।

गाजर और मेटाबोलिक सिंड्रोम के लिए बढ़िया: मीट का सेवन, यूरिक एसिड, किडनी और लिवर में होता है। यह मेटाबॉलिक सिंड्रोम को नियंत्रित करने में मदद करता है।

में: बाजरा, जो मिलेट्स का एक प्रकार है, बस्ती के लिए बहुत कुछ होता है। यह श्वसन तंत्र को मजबूत बनाता है और पृथ्वी की आपूर्ति से राहत प्रदान करता है।

यूपी के सोनभद्र में श्री अन्न की खेती
उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में मीट्स की खेती होती है। यह जिला यजमान बहुल है और यहां की भौगोलिक स्थिति मीट्स की खेती के लिए बेहद उपयुक्त है। यहां के जनाब समुदाय लंबे समय से मीट्स की खेती करते आ रहे हैं। इसके सेवन से उन्हें न केवल सर्वोत्तम पोषण मिलता है, बल्कि वे कई बाधाओं से भी बचते हैं।

स्थानीय कृषि अधिकारी हरी कृष्ण मिश्रा ने बताया कि बाजरा के सेवन से शरीर को कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं। इस अनाज को अपने आहार में शामिल करके आप न केवल स्वास्थ्यवर्धक रह सकते हैं, बल्कि पर्यावरण के लिए भी उपयोगी है, क्योंकि पानी में उगने वाला अनाज, जलवायु परिवर्तन से बचने में मदद करता है।

अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।


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