सेहत – ईरान से भी बेहतर है इस शहर की चाय का टेस्ट, दूध से मिलती है महज़ 4 मिनट में तैयार, सेहत के लिए वरदान!

विशेष चाय: राजा पंडारीपुर चाय, जो चीनी, चीनी, इलायची और दालचीनी से विशेष रूप से तैयार की जाती है, अपने औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है। प्रबंधकों के अनुसार, यह चाय पहले ही कर्नाटक, महाराष्ट्र और बेंगलुरु के सामान में लोकप्रिय हो गई है। अब तक तेलंगाना में इसकी 15 शाखाएं बिकी हुई हैं। पंडारीपुर चाय में 15 अलग-अलग प्रकार की चाय उपलब्ध हैं। प्रबंधकों का कहना है कि यह चाय का स्वाद टेम्पलेट्स और ईरानी चाय से बेहतर है।

सिर्फ दूध का इस्तेमाल किया
इसे तैयार करने की विधि अत्यंत सरल है। इस चाय को बनाने के लिए उनके विशेष ‘चाय कॉटन उत्पाद’ में केवल एक लीटर दूध मिलाया जाता है, बिना एक बूंद पानी डाला जाता है। मात्र तीन से चार मिनट में यह चाय तैयार हो जाती है।

संगारेड्डी बायपास रोड पर चाय का स्वाद
संगारेड्डी जिले के बायपास रोड पर राजा पंडारी चाय की दुकान बेची गई है। यहां लोग इस चाय के स्वाद का आनंद लेने के लिए कतार में बने रहते हैं। जो लोग एक बार इस चाय का स्वाद चखते हैं, वे इसे बार-बार पसंद करते हैं। संगारेड्डी, नारायणखेड़ और जहीराबाद के लोग इस पंडारी चाय का आनंद ले रहे हैं।

बैंक की नौकरी से बिजनेस तक का सफर
दुकान के दुकानदार ने लोकल 18 को बताया, “मैं पहले बेंगलुरु बैंक में प्रति माह 12,000 रुपये प्रति माह की सैलरी पर आउटसोर्सिंग स्टाफ के रूप में काम करता था।” मेरे दोस्त ने मुझे व्यापार में हाथ भरने के लिए आशीर्वाद दिया। उसी प्रेरणा से मैंने राजा पंडारी चाय की दुकान शुरू की। अब मैं अपनी दुकान के माध्यम से चार और लोगों को रोजगार दे रहा हूं। हमारी आय हर महीने 50,000 से 80,000 रुपये के बीच होती है।”

पंडारी चाय की प्रमुख पसंद
दुकान के दुकानदारों और दुकानदारों को उम्मीद है कि पंडारी चाय की प्राथमिकता और बिक्री होगी। भविष्य में इसे और नए क्षेत्र में विस्तार की योजना है। इस चाय की अनोखी दुकान और स्वाद के कारण इसे हर वर्ग के लोग पसंद कर रहे हैं।


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