सेहत – सावधान! हाई स्पीड इंटरनेट से चला रहे हैं मोबाइल तो ये बीमारी तय! अध्ययन में सामने आई फोटोग्राफर्स वाली बात

हाई स्पीड इंटरनेट आपको बनाता है मोटा: आज देश में शायद ही कोई ऐसा युवा होगा जिसके पास इंटरनेट की पहुंच नहीं होगी। इनमें से ज्यादातर आज 5 जी सर्विस का हॉस्टल उठा रहे हैं। उनके पास हाई स्पीड इंटरनेट मौजूद है जिसमें वे एक क्लिक से पूरी दुनिया की जानकारी लेते हैं। इतना ही नहीं मनोरंजन के लिए पूरी दुनिया में भी उनके वकील मौजूद हैं। पर इसका एक नुकसान भी है. हाई स्पीड इंटरनेट लोगों को तेजी से बीमार कर रही है। रिसर्च के नतीजे तो हाई स्पीड इंटरनेट के कारण लोगों में ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है जिससे कई अन्य बीमारियां हो रही हैं।

मोबाइल ने इलास्टिक एक्टिविटी को चीना
टीओआई की खबर के अनुसार मोनाश यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ मेलमेल और आरआईएम आईटी यूनिवर्सिटी के ऑफिस ने हाल ही में एक अध्ययन किया है। जब ऑस्ट्रेलिया में ग्रोथ बढ़ रही थी तो उन्होंने इसका सबसे बड़ा कारण हाई स्पीड इंटरनेट को माना। इस अध्ययन में कहा गया है कि हाई स्पीड इंटरनेट के कारण इंसान खुद में सीमित हो रहा है और गतिशीलता के लिए कॉक ने जो समय तय किया है, उसका पालन नहीं हो रहा है। अध्ययन के अनुसार लोग ऐसा नहीं कर रहे हैं क्योंकि उनके पास हाई स्पीड इंटरनेट है और इसी वजह से वे अक्सर मोबाइल में खोए रहते हैं और मरीज के लिए या शरीर को हिलाने-डुलाने के लिए समय नहीं निकालते हैं।

मोटापे की वजह से कई बीमारियां
अध्ययन में पाया गया कि ऑस्ट्रेलिया में नेशनल ब्रॉडबैंड में 1 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है, लोगों की जनसंख्या में 1.57 किग्रा/एम2 की वृद्धि हुई है। यानी करीब सौ रिकॉर्ड हाईट पर 1.57 किलोग्राम वजन बढ़ गया। इंडोनेशिया में यह भी बताया गया है कि हाई स्पीड इंटरनेट के कारण शारीरिक व्यायाम और डॉक्टरों पर भारी प्रभाव पड़ा है, जिसके कारण ऑस्ट्रेलिया में भारी वजन वाले लोगों की संख्या में काफी वृद्धि हुई है। शोध के प्रमुख लेखक ने बताया कि हमेशा ऑनलाइन रहने की प्रवृत्ति ने लोगों की जीवनशैली को गति दी है। इससे मेटाबॉलिक रेट बहुत कम हो जाता है और यही क्षमता को बढ़ावा मिलता है। यह समस्या कंप्यूटर पर काम करने के दौरान कुछ न कुछ रहने का कारण और अधिक बढ़ जाती है। लगातार लैपटॉप पर काम करते हुए लोग हमेशा कुछ ना कुछ बैठे-बैठे रहते हैं जो कि लैपटॉप का कारण बनता है।

इसके अलावा आज इंटरनेट की पहुंच के कारण लोगों तक विभिन्न धर्मों और समुदायों तक आसानी से पहुंच है। यहां ज्यादातर लोग ऑनलाइन शॉपिंग से लेकर खाना भी ऑनलाइन मंगाते हैं। इन सभी का नतीजा यह होता है कि लोग एक ही जगह बैठे रहते हैं और शरीर नहीं बन पाता है। जो खाते हैं, उनसे शरीर के संचालन से ऊर्जा खर्च नहीं होता है और यही ऊर्जा चर्बी के रूप में शरीर में जमा होने लगती है। कई अध्ययनों में यह सिद्ध हो चुका है कि अधिकांश हृदयाघात के कारण हार्ट डिजीज, किडनी डिजीज, रक्तचाप, उच्च रक्तचाप जैसी बीमारियां होती हैं।

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