सेहत – वजन बढ़ने के चक्कर में ना हो आप… भारी प्रदूषण का कारण हो सकता है भारी प्रदूषण, अटॉर्नी ने क्यों दी चेतावनी?
नई दिल्ली. दिल्ली में दमघोंटू हवा को लेकर वकील ने जारी की चेतावनी. शुक्रवार की सुबह दिल्ली- ब्रांड में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब यानि बहुत खराब दर्ज की गई है। पूरे दिल्ली-एनसीआर में धुंध की एक परत छाई हुई है। वायु गुणवत्ता खराब से लेकर सांस और हृदय तक नहीं मोटापा बढ़ने की भी समस्या तेजी से बढ़ सकती है। दार्शनिक ने बताया है कि यह इनबैलेंस का कारण बन सकता है। जो लोग अपना वजन कम करने के लिए बाहर दौड़ने के लिए जा रहे हैं, इसका कोई मतलब नहीं है। आइए जानते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञों से…
क्लाउडाइन अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार और महिला रोग विशेषज्ञ डॉ. स्टाइल शर्मा ने बताया कि “वायु प्रदूषण मेटाबोलिक सिस्टम बनाये जाते हैं। जिसका प्रत्यक्ष प्रभाव हार्मोन्स पर है। इससे वजन बढ़ सकता है. जिससे आप अकुशल के शिकार हो सकते हैं।” स्टाइल शर्मा ने कहा, ”वायु प्रदूषण से पैसिव बिहे वायरस में वृद्धि हो सकती है क्योंकि इससे खांसी और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण सामने आ सकते हैं, जिससे शारीरिक क्षति हो सकती है और वजन बढ़ सकता है।” यह रिवाइवल रेजिस्टेंस को भी सबसे अधिक संख्या प्राप्त है।
हाल के अध्ययन में यह बात सामने आई है कि वायु प्रदूषण में मौजूद पीएम, डीज़ल चॉकलेट और कार्बन मोनोऑक्साइड के संपर्क में रहने से प्रणालीगत सूजन और मेटाबॉलिज्म से संबंधित विकार हो सकता है, जो वजन बढ़ने का मुख्य कारण है। जुलाई में बीएमसी पब्लिक हेल्थ में प्रकाशित एक विश्लेषण में पाया गया कि वायु प्रदूषण फैट टिश्यू में सूजन को प्रभावित करके, आयोडीन युक्त तनाव को कम करना और आहार संबंधी सिद्धांत को गहन मेटाबोलिक सितारटम को प्रभावित किया जा सकता है।
बता दें कि दिल्ली के समुद्री तट पर AQI का स्तर 400 से ऊपर और 450 के बीच बना हुआ है. आनंद विहार में एक्यूआई 410, बवाना में 411, जहां जागीरपुरी में 426, मुंडका में 402, नेहरू नगर में 410, विवाहपुर में 402 और वजीरपुर में 413 रह रहे हैं। AQI 400 से ऊपर “गम्भीर एयरोक्वालिटी” की श्रेणी में आता है।
पहले प्रकाशित : 22 नवंबर, 2024, 17:40 IST
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