हाजीपुर में ईवीएम और वीवीपैट का निरीक्षण: चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा में महत्वपूर्ण कदम

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार

वैशाली / हाजीपुर:– लोकतंत्र का आधार चुनाव प्रक्रिया होती है, और इस प्रक्रिया की सुरक्षा सुनिश्चित करना हर जिम्मेदार अधिकारी का कर्तव्य है। इसी सिलसिले में, जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर राय ने आज हाजीपुर शहर स्थित ईवीएम/वीवीपैट वेयरहाउस का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए किया गया, ताकि चुनावी मशीनरी की सुरक्षा और अच्छी स्थिति का आकलन किया जा सके।

ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) और वीवीपैट (वोटर वेरिफ़ायबल पेपर ऑडिट ट्रेल) आज के चुनावी सिस्टम के अहम अंग हैं। ईवीएम का प्रयोग भारत में सबसे पहले 1982 में किया गया था, और तब से लेकर अब तक यह उपकरण चुनावों में अधिक पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए लगातार विकसित किया गया है। वहीं वीवीपैट ने मतदाताओं को यह सुनिश्चित करने का एक अतिरिक्त माध्यम प्रदान किया है कि किसे वोट दिया गया है, जो चुनाव की पारदर्शिता को और भी बढ़ाता है।

जिला पदाधिकारी श्री यशपाल मीणा और पुलिस अधीक्षक श्री हर किशोर राय के निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना था कि ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा व्यवस्था भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप हो। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने वेयरहाउस की गतिविधियों, सुरक्षा व्यवस्था और मशीनों के रखरखाव की स्थिति का विस्तृत अवलोकन किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशों और मानकों का सख्ती से पालन होना चाहिए।

श्री मीणा ने कहा, “यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम चुनावी प्रक्रिया को बिना किसी बाधा के सुनिश्चित करें। लापरवाही किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” इस दौरान, उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि वे आयोग के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें और किसी भी प्रकार की अनियमितता को रोकने के लिए सतर्क रहें।

जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने इस निरीक्षण को गंभीरता से लिया है। वे सुनिश्चित कर रहे हैं कि आगामी चुनावों के लिए सटीक और सुरक्षित ढंग से व्यवस्था बनाई जाए। ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा की दृष्टि से यह निरीक्षण एक महत्वपूर्ण कदम है। इसके अलावा, प्रशासन ने इस बात पर भी ध्यान दिया है कि चुनाव के दौरान किसी भी प्रकार की अनियमितता या गड़बड़ी को रोका जा सके।

इस निरीक्षण ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय प्रशासन चुनावी प्रक्रिया की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर है। इस प्रकार के निरीक्षण न केवल चुनावी मशीनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सहायक होते हैं, बल्कि इससे लोकतंत्र के प्रति लोगों का विश्वास भी मजबूत होता है। जब तक पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी और विश्वसनीय नहीं माना जाता, तब तक लोकतंत्र की नींव सुरक्षित नहीं रह सकती। इसलिए, सभी अधिकारियों को चाहिए कि वे इस जिम्मेदारी को पूरी गंभीरता से निभाएं और यह सुनिश्चित करें कि चुनाव हर नागरिक के लिए एक सुरक्षित, स्वतंत्र और निष्पक्ष प्रक्रिया हो।

इस परिप्रेक्ष्य में, जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक द्वारा किया गया यह निरीक्षण एक आवश्यक कदम है, जो चुनावी सुरक्षा को मजबूती प्रदान करता है और नागरिकों के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा करता है।

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