सेहत – फ्लेवर्ड दही, छाछ से लेकर टोमैटो कैचअप तक, धीरे-धीरे आपके शरीर में घुलने वाला पदार्थ देता है मीठा जहर, इसके स्वाद में होती है खतरनाक चीजें
टमाटर केचप के दुष्प्रभाव: फ्लेवर्ड दही, छाछ, टोमैटो केचप, कई तरह के स्थान बार-बार हर घर की किराने की सूची में शामिल होते हैं। लेकिन इनमें से अधिकांश आदतें आपके शरीर में धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे जहर हो सकती हैं। एक नए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि किचन-पीने की इन फ्लेवर्ड में शुगर और सेचुर में भारी मात्रा में फैट रहता है। अमेरिकी सरकार के डायट्री चार्टर के अनुसार शुगर और सेचुर की मात्रा एक दिन में 10 प्रतिशत से अधिक नहीं होनी चाहिए। हालाँकि ज्यादातर लोग इस किताब का पालन नहीं करते, इस कारण धीरे-धीरे-धीरे-धीरे लोग बीमार होते जा रहे हैं।
पेकेट के लेबल को सही से पढ़ें जरूरी
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक, फ्लेवर्ड छाछ हो या टोमैटो कैचअप इन नी में कई तरह की चीजें होती हैं, जिनमें बहुत कम लोगों को पता रहता है। इन अव्यवस्थित बाजारों में एडेड शुगर, सैचुरेटेड फीमेल्स पाए जाते हैं जो दिल की बीमारी, मलेरिया और यहां तक कि कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी के जिम्मेदार हो सकते हैं। ये बीमारी शरीर में धीरे-धीरे-धीरे-धीरे होती है और इसका पता लगाना भी आसान नहीं लगता। रिपोर्ट के अनुसार अधिक शुगर और सेचुरेटेड फैट के कारण लिवर डिजीज, रक्तचाप, उच्च रक्तचाप, हार्ट डिजीज और स्ट्रोक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
इन नीड में मिलते हैं ये रेस्तरां चीज़
अन्वेषित बैठक वाले में प्लांट फैक्ट्री आदि में बहुत अधिक मात्रा में शुगर रहता है। हालाँकि इसके उपकरण पर इसके उपकरण और पोषक तत्वों से भरपूर भोजन के बारे में कहा जाता है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि ये सभी दस्तावेज शामिल हैं। इसमें बहुत अधिक चीनी होती है जिसके बारे में अलग-अलग तरीकों से लिखा रहता है। इसलिए फ़ार्मों के लेबल को सही से पढ़ना बहुत ज़रूरी है। इनमें से किसी एक का सबसे ज्यादा सेवन करेंगे तो इससे धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे-धीरे शारीरिक अभ्यास का घर बन जाएंगे। इसी प्रकार के मीठे पदार्थ जैसे सोडा, कोल्ड ड्रिंक, खाद्य पदार्थ, पेय पदार्थ, आहार पेय में आदि बहुत अधिक मात्रा में शुगर मिलाया जाता है। इसके लेबल में भले ही इसके बारे में सेफ मात्रा लिखी हो लेकिन ये सब होता है स्वास्थ्य के लिए सेफ नहीं।
टोमैटो कैचअप में अधिकांश चीनी
हमलोग ब्रेड या समोसे के साथ अक्सर टोमैटोकैचअप बड़े चाव से खाते हैं. ऐसा लगता है कि इसमें अधिक मात्रा में शुगर नहीं है। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं तो आप गलत हैं क्योंकि इसमें शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है। कैचअप, मेमोनेज़, पास्ता सॉस आदि ही फाइबर में बहुत अधिक मात्रा में शर्करा होती है। विशेष रूप से उन टोमैटो कैचअप में अधिक शुगर होता है जो फ्लेवर्ड होता है। इसी तरह फ्लेवर्ड छाछ हो या दही, सबमें शुगर की मात्रा सबसे ज्यादा होती है. कुछ दही में तो इतनी चीनी होती है बाकी किसी कैंडी या चॉकलेट में होती है.
इस तरह छुपी होती है सेचुरेटेड फातिहा
रेशे भी बादाम और सीड्स हैं उनमें पोषक तत्वों का खजाना होता है। अगर आप असली हैं तो यह बहुत फायदेमंद है लेकिन जब यह चिप्स में बंद कर दिया जाता है तो इसे सॉल्टेड बना दिया जाता है। इसमें फुल फैट भर जाता है जो दिल को बहुत नुकसान पहुंचाता है। इसी तरह अगर फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स को फ्लेवर्ड बनाया जाए तो इसमें भी सेचुरेटेड फैट ज्यादा हो जाता है। वहीं बेक्ड हुई वस्तुओं जैसे कि बेडर, पेस्ट्रीज, मुफीन, क्रोसेंट, केक आदि के साथ भी ऐसा ही होता है।
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पहले प्रकाशित : 21 अगस्त, 2024, 15:33 IST
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