सेहत – इन दवाइयों से चमत्कारी लाभ का दावा, 20 मिनट में गैस का इलाज, दर्द से लेकर पाचन भी ठीक होगा
धनबाद: जिला परिषद के मैदान में आयोजित दुबई कार्निवल मॉल में इस बार राजस्थान से आए दिग्गज वृंदा श्रोण कुमार का स्टॉल लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। उनके द्वारा निर्मित आयुर्वेदिक औषधियों की काफी चर्चा हो रही है। वृंदा भरत कुमार ने अपनी दवाओं के चमत्कारी गुणों का दावा करते हुए कहा है कि उनकी ऐसी ही दवाएं हैं जो विभिन्न प्रकार की दवाओं को दूर करने में सक्षम हैं।
हींग गोली: सबसे पहले उन्होंने ‘हींग गॉल’ का जिक्र करते हुए कहा था कि यह गॉल गैस की समस्या से परेशान लोगों के लिए रामबाण साबित होती है। उन्होंने बताया कि इसे खाने से 15 से 20 मिनट में गैस की समस्या से राहत मिल जाती है। उनके अनुसार, यह पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है और इसे खाने के बाद पेट की भारीपन या गैस खराब होने से तुरंत ख़त्म हो जाती है।
आंवला पाचन: इसके बाद उन्होंने ‘आँवला पाचन’ का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने उन लोगों के बारे में बताया जो भूख न लगने की समस्या से जूझ रहे हैं। वृंदा भरत का दावा है कि यह दवा पाचन क्रिया को ठीक करने में मदद करती है और इसे खाने के बाद भूख न लगने की समस्या का समाधान हो जाता है। उन्होंने कहा कि आहार-विहार का सेवन करने के बाद कुछ ही समय में व्यक्ति को भूख-प्यास और पाचन तंत्र बेहतर ढंग से कार्य करना चाहिए।
विशेष का उपयोग: उन्होंने बताया कि यह दर्द निवारक दवा के रूप में काम करता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को पेट में दर्द या पेट में कोई परेशानी हो, तो इसका सेवन करने से यह समस्या तुरंत खत्म हो जाती है। असल में, उन्हें बच्चों के पेट दर्द और अन्य प्रकार की समस्याओं के बारे में बहुत कुछ बताया गया है। वृंदा भूषण ने कहा कि इसके सेवन से बच्चों को तुरंत राहत मिलती है और यह घरेलू उपचार के रूप में काफी लोकप्रिय है।
कई सालों के अनुभव का दावा
हालाँकि, वृंदा भूषण कुमार ने इन विजिटर्स की पुष्टि लोकल 18 में नहीं की है। ये सभी वैद्य वृंदा भूषण कुमार के अपने अमीरों और साथियों पर आधारित हैं। उन्होंने दावा किया कि उनके पास कई प्राचीन पारंपरिक चिकित्सा का अनुभव है और वे औषधियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। लेकिन, किसी भी दवा के इस्तेमाल से पहले क्लिनिकल क्लिनिक लेना जरूरी है, ताकि किसी भी तरह के साइड इफेक्ट से बचा जा सके।
क्या कहते हैं ग्राहक
मृतकों के इस मेले में आने वाले लोग वृंदा भूषण कुमार की इन दवाइयों को लेकर उत्सुकता से नजर आ रहे हैं। हालाँकि, यह देखा गया है कि इन जांचों में सच्चाई है और लोग वास्तव में इन औषधियों से बने होते हैं या नहीं। मेले में आने वाले लोग अपनी दवाओं की खरीदारी कर रहे हैं। उनके शैतान के बारे में चर्चा कर रहे हैं. इस प्रकार, यह मेला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता और पारंपरिक चिकित्सा के प्रति लोगों की रुचि को भी दर्शाता है।
पहले प्रकाशित : 28 अगस्त, 2024, 16:17 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज़ का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
Source link