सेहत – 1 सिलेंडर पानी और 5 तुलसी के प्लांट से खत्म किया जा सकता है थायरॉयड? बेट से जांचें
सन्नन्दन उपाध्याय/बलिया: थायरॉयड जैसी बीमारी यहाँ आम हो गई है। दस में से हर पांचवे व्यक्ति को यह समस्या हो रही है। अंग्रेजी अनुवाद से सौ परम लाभ नहीं मिलने के कारण लोग अब आयुर्वेद की तरफ तेजी से रूझान कर रहे हैं। आपके द्वारा बताई गई पानी की तुलसी और दुकानदारों को भी बहुत बढ़िया बताया जाता है। कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि इससे थायरॉयड ख़त्म हो सकता है। आइए जानते हैं इस बारे में एक्सपर्ट ने लोकल18 को क्या कहा.
तुलसी के पौधे का औषधीय गुण क्या है?
तुलसी को भारतीय आयुर्वेद में एक महत्वपूर्ण औषधि-बूटी माना जाता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं। जो शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाते हैं। तुलसी के अर्क का सेवन करने से तनाव कम होता है, पाचन क्रिया बेहतर होती है, और शेष राशि बनाए रखने में मदद मिलती है।
तुलसी के डॉक्टर से क्या ठीक होता है थायरॉयड?
थायरॉयड एक एंडोक्राइन ग्रंथि है, जो मेटाबोलिज्म को नियंत्रित करती है। विशेषज्ञ के अनुसार, तुलसी के दुकानदारों में मौजूद गुण थायरॉयड ग्रंथि के कार्यों को सहयोग में मदद मिल सकती है। लेकिन यह पूरी तरह से कबाड़ का इलाज गलत होगा।
डॉ. प्रियंक सिंह ने कहा, ‘तुलसी के नशे का सेवन शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है, लेकिन कुपोषण के इलाज के लिए केवल तुलसी पर प्रतिबंध लगाना उचित नहीं है। इसके लिए सही औषधियों और दवाओं की आवश्यकता होती है।’
तुलसी के नुस्खे का सेवन कैसे करें?
अगर आप तुलसी के मसाले का सेवन करना चाहते हैं तो यह एक सामान्य उपाय है। एक गिलास पानी में पांच तुलसी के पत्ते और इसे अंकित लें। इसे अच्छा करके ठंडा करें और पी लें। इसका नियमित रूप से प्रतिदिन सुबह सेवन करें।
पहले प्रकाशित : 2 सितंबर, 2024, 12:28 IST
अस्वीकरण: इस खबर में दी गई औषधि/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, सिद्धांतों से जुड़ी बातचीत का आधार है। यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से सलाह के बाद ही किसी चीज का उपयोग करें। लोकल-18 किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए कोई जिम्मेदारी नहीं होगी।
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