सेहत – चीन में मिला बेहद खतरनाक, यह ब्रेन पर हमला करता है वायरस, क्या फिर होगा कोविड जैसी महामारी?
वेटलैंड वायरस के बारे में सम्पूर्ण जानकारी: चीन के वुहान से फैला हुआ कोविड-19 वायरस अब तक दुनिया में खतरा पैदा कर रहा है, लेकिन इसी बीच एक नया वायरस से चीन में फैल गया है। हाल ही में मच्छर ने नॉर्दन चीन में वेटलैंड वायरस (वेटलैंड वायरस) की पहचान की है, जो टिक (टिक) के काटने वाले से इंसानों में छिपा है। यह वायरस लोगों के मस्तिष्क पर हमला करता है, जिससे रोगी की कंडीशन गंभीर हो सकती है। चीन में मिले इस वायरस से एक बार फिर लोगों में दशहत पैदा हो गई है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों की राय तो इस वायरस की अभी कोई दवा नहीं है और इसके लक्षण भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं हैं।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार वेटलैंड वायरस (WELV) की पहचान सबसे पहले साल 2019 में उत्तरी चीन में हुई थी, जब एक वेटलैंड के पार्क में 61 साल के टिक्स (टिक्स) ने काट लिया था। उस मरीज को इस घटना के 5 दिन बाद बुखार, सिरदर्द और उल्टी की शिकायत हुई थी। जांच में वेटलैंड वायरस की बात सामने आई थी. यह मामला पिछले सप्ताह न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसिन में विस्तार से बताया गया है। यह वायरस मुख्य रूप से टिक के काटने वाले से चिपका हुआ है, जो जानवरों या जंगली जानवरों से लेकर इंसानों तक में फैलाया जा सकता है।
टिक आमतौर पर जंगलों, घास के मैदानों और अन्य नीरस जंगलों में पाए जाते हैं। जब ये टिक इंसानों पर हमला करते हैं, तो वे वायरस को भी ठिकाने लगा सकते हैं। नए खोजे गए वायरस का वैज्ञानिक नाम आउथनैरोवायरस (ऑर्थोनैरोवायरस) है। टिक द्वारा प्रचारित ए वायरसेस को ऑउटनैरोवायरस कहा जाता है। हेमाफिसैलिस कॉन्सिना टिक की एक शाखा है, जो मुख्य रूप से चीन, रूस और मध्य यूरोप में पाई जाती है। इस आर्किटेक्चर के टिक्स में यह वायरस बार-बार जांचा जाता है।
फैक्ट्री ने चीन के 17 अस्पतालों में भी इस वायरस का पता लगाया, जिसमें टिक कटर के एक महीने के भीतर बुखार, सिरदर्द और उल्टी जैसे लक्षण विकसित हुए थे। कुछ भेड़िया, घोड़े, घोड़े और अन्य प्राणियों में भी यह वायरस पाया गया है। इस वायरस के लक्षण पूरी तरह से साफ नहीं हैं, लेकिन इंसानों में इस वायरस के कारण बुखार, चक्कर आना, सिरदर्द, गठिया, पीठ दर्द और मतली जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। हालाँकि अच्छी बात यह है कि इस वायरस से पीड़ित सभी मरीज़ ठीक हो गए और इलाज के 4 से 15 दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की रेटिंग तो अभी वेटलैंड वायरस को लेकर सीमित जानकारी ही उपलब्ध है और यह टिक्स के कटर से इंसानों में छूट है। वेटलैंड वायरस को लेकर अधिक शोध की आवश्यकता है, ताकि इसके बारे में अधिक जानकारी सामने आ सके। हालांकि यह ब्रेन वायरस गंभीर नुकसान पहुंचा सकता है, लेकिन इसके कारण यह गंभीर स्वास्थ्य संबंधी चिंता का कारण बन सकता है। जो लोग ऐसी जगहों पर रहते हैं, जहां टीकों का सबसे ज्यादा प्रकोप होता है, उन लोगों को सबसे ज्यादा सावधानी बरतनी चाहिए। इस वायरस की कोई दवा या टीका नहीं है। ऐसे में इसका इलाज दवाइयों के आधार पर किया जाता है।
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पहले प्रकाशित : 10 सितंबर, 2024, 14:54 IST
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