सेहत – नॉर्म से ऊपर चढ़ गया है ब्लड सप्लाई का मीटर, तुरंत शुरू करें ये 5 आसान काम, हाइपरटेंशन पर इंस्टालेशन लगाम

उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के प्राकृतिक तरीके: हाई ब्लड डिसऑर्डर की समस्या वर्तमान समय में तेजी से बढ़ रही है। मेडिकल की भाषा में हाई बीपी को हाइपरटेंशन कहा जाता है। अनहेल्दी लाइफस्टाइल, जीवन में भारी तनाव, अनहेल्दी अंतर्विरोध, जंक फूड्स का सेवन और फिजियो एक्टिविटीज की कमी से यह परेशानी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। यह समस्या युवाओं में बेहद तेजी से बढ़ रही है, जिससे दिल की बेरोजगारी का खतरा बढ़ रहा है। आज डॉक्टर से जानेंगे कि हाई ब्लड प्रेशर को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।

नई दिल्ली सर गंगाराम अस्पताल के निजी स्वास्थ्य विभाग के निदेशक डॉ. सोनिया रावत ने News18 को बताया हाई ब्लड ब्लड प्रेशर एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें खून का दबाव सामान्य से ज्यादा होता है। इसकी वजह से दिल को ब्लड पंप करने के लिए सबसे ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। अगर ब्लड वॉल्यूम को सही समय पर नियंत्रित नहीं किया जाए, तो इससे हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और किडनी जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। ब्लड वॉल्यूम को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए जाते हैं, जो मरीज कंडीशन के आधार पर दिए जाते हैं।

डॉक्टर सोनिया रावत ने बताया कि उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दवा के साथ अच्छी जीवनशैली, सही खान-पान और नियमित नियम बेहद जरूरी हैं। अगर आप अपने संगीत को सही तरीके से बनाते हैं, तो बीपी कंट्रोल करना आसान हो जाएगा। कई बार लोग बीपी को लेकर संघर्ष करते रहते हैं, जिससे उनका हाइपरटेंशन स्टेज 1 से अधिक रहता है और स्टेज 3 तक पहुंच जाता है। कई बार हाइपरटेंशन सिव क्राइसिस पैदा होता है और दिल के लिए खतरा बन जाता है। इससे बचने के लिए 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को समय-समय पर अपना बीपी चेक करवाना चाहिए।

हाई ब्लड कंट्रोल करने के 5 तरीके

– ब्लड मॉड्यूल को नियंत्रित करने के लिए समग्र में परिवर्तन करना अत्यंत आवश्यक है। फल, साबुत अनाज और कम नमक वाली सामग्री का सेवन करने से बीपी कम हो सकता है। केले, सेंट्रे और पालक जैसी पोटेशियम से भरपूर सामग्रियों को भी ब्लड वॉल्यूम कम करने में मदद मिलती है।

– प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट से लेकर 60 मिनट तक की कार्रवाई करनी चाहिए। उसका ब्लड फ़्लो में सुधार होता है और हार्ट फ़्लोरिडा रहता है। डेली वॉकिंग, साइक्लिंग, रेस्टॉरेंट या अन्य फिजियोथेरेपी गतिविधियों से आप हाई ब्लड वॉल्यूम को नियंत्रित कर सकते हैं।

– आपको जानकर हैरानी होगी कि अत्यधिक स्ट्रेस की वजह से भी आपका ब्लड बढ़ सकता है। ऐसे में मेडिकल, योग और ब्रीडिंग टेक्निक तनाव कम करने में सहायक हो सकते हैं। हाई बीपी के रोज़ को कुछ समय मानसिक शांति के लिए बेचना चाहिए।

– क्रोकेट और कैफीन का सेवन कम से कम करें, तो बीपी को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। अधिक मात्रा में शराब, धूम्रपान और कैफीन से रक्त की आपूर्ति बढ़ सकती है। इन नवजातों को अवाओराइड करने से हाई ब्लड सप्लाई को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है।

– शरीर के वजन को नियंत्रित रखना भी हाई ब्लड की कमी के लिए खतरनाक होता है। फैक्ट्री बॉडी वेट रखरखाव और अच्छी सामग्री लेने से ब्लड सप्लाई में काफी सुधार हो सकता है। इससे हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में भी मदद मिल सकती है।

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