सेहत – अब फ्लू वैक्सीन के लिए इंजेक्शन नहीं लगेगा, नाक में इंजेक्शन लगाने वाले इंजेक्शन को मिल गया मंजूरी, घर में खुद से ही ले लिया बेटा
नाक स्प्रे फ्लू वैक्सीन: जिन लोगों की इम्युनिटी ख़त्म होती है, उनमें इन्फ्लूएंजा बीमारी का ख़तरा सबसे ज़्यादा रहता है। ऐसे लोगों को बार-बार डेट-जुकाम होता रहता है। इसलिए डॉक्टर इन लोगों को फ्लू का टीका लगवाने की सलाह देते हैं। इसके लिए इंजेक्शन लगाया जाता है. लेकिन अब इसके लिए नाक में टीका लगाने वाली नेजल वैक्सीन भी आ गई है। एस्ट्राजेनेका की फ्लुमिस्ट नेजल वैक्सीन को अमेरिकी खाद्य और फार्म एडमिनिस्ट्रेशन -एफडीए-ने मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी की तरह लोग अपने घर में भी इस फ्लूमिस्ट वैक्सीन को ले सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक यह टीका 49 साल तक के वयस्कों को लगाया जा सकता है और 2 से 17 साल तक के बच्चे को माता-पिता की निगरानी में यह टीका लगाया जा सकता है।
क़िस्मत यह होगा
इंडियन एक्सप्रेस की खबर में कहा गया है कि इस वैक्सीन का इस्तेमाल इन्फ्लूएंजा वायरस के सबप्लांट ए और सबप्लांट बी के खिलाफ किया जाएगा। एफडीए ने इसी के लिए इस नेजल वैक्सीन को मंजूरी दी है। कहा गया है कि यह नेज़ल वैक्सीन इंजेक्शन वाली वैक्सीन की तरह ही लागू होगी। अपोलो हॉस्पिटल में मेडिसिन मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. सुरनजीत चटर्जी ने बताया कि असल में, इन्फ्लुएंजा वायरस तेजी से फैलता है और ज्यादातर लोगों को अपनी चपेट में ले लेता है, लेकिन बीमारी के डर से ज्यादातर लोगों को इसका टीका नहीं लगाया जाता है। नेजल वैक्सीन आ जाने से लोग इसे खत्म कर देंगे और इस्स इन्फ्लूएंजा का खतरा कम हो जाएगा। इससे एक ही जगह पर जो सब्जेक्ट-जुकाम हो जाता है, उसे बचाया जा सकता है। इसलिए यह उपयोगी कदम है.
कैसे रक्षा तंत्र ये वैक्सीन
इंजेक्शन वाली जो फ्लू की वैक्सीन होती है वह सीधे वायरस को इनइंटरैक्ट कर देती है यानी इतना लंज-पंज कर देती है कि अपना यह सिर उठाती नहीं है। दूसरी ओर नेजल वैक्सीन में जीवित लेकिन गंभीर इन्फ्लुएंजा वायरस के स्ट्रेन होते हैं जो सिस्टम को इसके मजबूत ब्लॉक बनाते हैं। यही इम्मा भविष्य में इन्फ्लूएंजा संक्रमण से इंसान को प्रभावित करता है। नेजल स्ट्राइक सीधे नाक के म्यूकोसल लाइनिंग में प्रवेश करता है जहां सेफ्लुएजा वायरस प्रवेश करता है। डॉ. सुरजीत चटर्जी ने बताया कि घर पर इस्तेमाल के लिए तैयार यह वैक्सीन क्रांतिकारी साबित हो सकती है। जब घर में एक बार किसी को फ्लू हो जाता है तो वह घर के सभी लोगों को हो जाता है। इससे बड़ी परेशानी होती है. इसलिए यह वैक्सीन बेहद महत्वपूर्ण है। इंजेक्शन नहीं लगने के कारण बच्चों को भी इसे लेने में परेशानी नहीं होगी। यह वैक्सीन नसल म्यूकोसा की रक्षा करती है। नेज़ल म्यूकोसा ही इंफेक्शन का पहला द्वार है। इस वैक्सीन से वायरस को वर्चुअल करने के लिए रिचार्ज का निर्माण होता है जो वायरस को अल्ट्रासाउंड के अंदर ही नहीं देता है। यह इंजेक्शन कहीं भी सबसे बेहतर है। इसका प्रभाव ठीक उसी प्रकार होता है जैसे इंजेक्शन का होता है।
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पहले प्रकाशित : 23 सितंबर, 2024, 15:44 IST
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