सेहत – रिपोर्ट लिखित समय हार्ट अटैक से स्टेशन में गिरा बुजुर्ग, सिपाही ने देवदूत को बचाया जान, सीपीआर प्रमुख का वीडियो वायरल
आगरा: ‘जाको राखे साइयां मार सके ना कोई तार सारा जग बैरी होय’ यह अकेला आगरा की इस घटना पर आधारित है। इंटरनेट मीडिया पर आगरा का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो टैग: नागालैंड आगरा कैंट का है। वीडियो में एक मार्शल एक बुजुर्ग को सीपीआर देते हुए दिखाई दे रहा है. कई एक्स पैसेंजर्स ने इस वीडियो को अपने अकाउंट से शेयर किया है।
जब मामले की तस्दीक हुई तो पता चला कि यह वीडियो 16 सितंबर को नागालैंड आगरा कैंट का है। थाने में शिकायत लेकर आई एक बुजुर्ग को अचानक दिल का दौरा पड़ा, तो कहीं, पास में ही स्थिर ने सीपीआर बुजुर्ग की जान बचाई।
सचिन पायलट के नाम से पोस्ट की गई
सचिन तेंदुलकर के नाम के एक्स यूएसएसआर ने अपने खाते से यह वीडियो पोस्ट किया है। बताया जा रहा है कि 16 सितंबर की रात करीब 10 बजे दो बुजुर्ग थाना नागालैंड आगरा कैंट क्षेत्र में थे। नाइट ड्यूटी के प्रमुख राकेश कुमार और कांस्टेबल रवेंद्र चौधरी थे। एक बुजुर्ग ने कहा कि हमारा मोबाइल कहीं गिर गया है, रिपोर्ट लिखवानी है। कंपनी ने कहा कि वे अपनी याचिका लिखकर दे दें।
सिपाही देता है सीपीआर
जहां बुजुर्ग ने अपनी शिकायत लिखी है, जिस पर उन्हें रिसिविंग देने के लिए कॉन्स्टेबल रवेंद्र चौधरी की रिपोर्ट कर रहे थे। इसी दौरान उनमें से एक अलौकिक दैत्य से नीचे गिर गया। उनका पूरा शरीर कम्पने लगा। सिपाही रवेन्द्र तुरंत बुजुर्ग के पास पहुँच गया। सिपाही ने बुजुर्ग को सीपीआर देना शुरू कर दिया। एक मिनट तक कॉन्स्टेबल सिपाही सीपीआर देता रहा, जिससे वो सच में आ गया। साथ आये आबुद्ध ने सिपाहियों को धन्यवाद दिया। इसके बाद बुजुर्ग को अस्पताल में भर्ती किया गया।
जानें क्या होता है सीपीआर
वहीं, एडियोलॉजिकल के अनुसार सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिसासटेंशियल) एक आपातकालीन प्राथमिक चिकित्सा तकनीक है। इसका उपयोग किसी व्यक्ति की जान बचाने के लिए किया जाता है। जब किसी व्यक्ति का दिल रुक जाता है या उसकी सांस नहीं चल पाती है तो सीपीआर का इस्तेमाल किया जाता है। सीपीआर में छाती को दबाना और मुंह से सांस लेना शामिल है।
पहले प्रकाशित : 24 सितंबर, 2024, 13:41 IST
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